VIDEO: अस्पताल में मुस्लिम कैदी की मौत, परिवार ने पुलिस पर लगाया आरोप

कोटा: मोहम्मद रमजान नाम के एक मुस्लिम कैदी की राजस्थान के एक अस्पताल में मौत हो गई। मल्टीप्ल ऑर्गन फेलियर के कारण उनकी मृत्यु हो गई। उनकी उम्र 55 साल थी।

बिजनेस स्टैंडर्ड में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, मृतक के परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसकी पिटाई की।

दूसरी ओर, पुलिस ने कहा कि लंबी बीमारी के कारण कैदी की मौत हो गई। चूंकि रमजान गुर्दे की गंभीर समस्या से पीड़ित थे, इसलिए उन्हें 25 अप्रैल को न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (NMCH) में भर्ती कराया गया था। शुक्रवार को अस्पताल में उनकी मौत हो गई।

उल्लेखनीय है कि रमजान राजस्थान के बारां जिले के मंगरोई टाउन के मूल निवासी थे।

#justicforramzanसाथियों,ये मोहम्मद रमज़ान है।बारां राजस्थान की जिला जेल में सजायाफ्ता कैदी हैं। गंभीर बीमारी के चलते इन्हें कुछ दिनों पहले कोटा के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में जेल प्रशासन ने कैदी वार्ड में भर्ती करवाया था।जहां ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने शराब के नशे में बीमार होने के बावजूद इनसे लात घूंसों और पाइप से मारपीट की गई। साथ ही धर्म को आधार बना कर अपशब्द भी कहे गए।मारपीट की वजह से जब तबियत ज़्यादा बिगड़ने लगी तो आनन फानन में इन्हें राज्य के बड़े अस्पताल जयपुर sms में रैफर कर दिया गया। वहाँ पर भी कोटा की पुलिस गार्ड ने इलाज कर रहे डॉक्टर से मिलीभगत करके इन्हें बिमारी की ही हालत में डिस्चार्ज करवा लिया और दुबारा जेल में भेज दिया।जहाँ इनकी तबियत ओर ज़्यादा खराब हो गई है।जेल प्रशासन ने कल रात इन्हें हॉस्पिटल में भर्ती करवाया जहाँ इनकी मृत्यु हो गई।मृतक रमजान के घर वालो ने लाश लेने से मना कर दिया है।इस मामले में वो उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं।सरकार को चाहिए की इस मामले में दोषियों के खिलाफ उचित कार्यवाही करे।मृतक रमज़ान को इन्साफ दिलवाने के लिए आप जो भी कर सकते हैं।जरूर कीजिये।

Geplaatst door Nadeem Khan op Vrijdag 26 april 2019

उनकी मौत के पीछे का कारण जानने के लिए एक न्यायिक जांच शुरू की गई थी। पोस्टमार्टम भी कराया गया।