प्रोफेसर राम पुनियानी ने बिहार और बंगाल में हो रहे दंगे पर अपना विचार व्यक्त किया है। उन्होंने बिहार और बंगाल में हो रहे दंगे पर कहा कि किस तरह से बीजेपी, आरएसएस और उसके सहयोगी संगठन मिलकर समाज में भावनाओं को भड़काकर नफरत फ़ैलाने का काम करते हैं और नौबत दंगे तक आ जाती है।
उन्होंने कासगंज के बारे में भी कहा कि किस तरह से वहां एबीवीपी ने शांतिपूर्वक झन्डा फहरा रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों के भावनाओं को आहत किया और नौबत दंगे तक आ गई।
उन्होंने बिहार में भागलपूर दंगे के हवाले से कहा कि वहां किस तरह से दंगा भड़काने के आरोपी केंद्र मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत (जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज है) को बचाया जा रहा है जिसके खिलाफ एफआईआर दर्ज है। वह सरेंडर करने को तैयार नहीं है और उनके पिता मंत्री जी का कहना है कि उनका बेटा भागा नहीं है समाज के बीच में है और वे प्रशासनिक वयवस्था को ललकारते हुए कह रहे हैं कि ‘मेरे बेटे ने कोई गंदा काम नहीं किया। एफआईआर तो झूठ का पुलिंदा है, उस पर क्यों सरेंडर करेगा? अरिजीत कहीं छिपा हुआ नहीं है। वह आज अपने गांव भी गया और भगवान राम की आरती भी उतारी।’