नई दिल्ली। इस्लाम ने दूसरों की बड़ी से बड़ी गलती माफ़ करके उसे गले लगाना दुनिया को सिखाया है। किशोरावस्था में इस्लाम धर्म को अपनाने वाली मुस्लिम महिला 66 साल की रुकैय्या ने अपने बेटे के हत्यारे को गले लगाकर एक मिसाल पेश की है। उनका कहना था कि बदले की भावना से कुछ भी नहीं हल होता है, यह भावना अपने बेटे को वापस नहीं लाएगी।
गौरतलब है कि 28 जून 2015 की रात सुलेमान अब्दुल-मुत्ताकुलिम जब अपने घर वापस लौट रहा था तब उसको सिर पर गोली मारी गई थी और आरोपी भोजन का बैग और सिर्फ 60 डॉलर लूटकर भाग गया था।
आरोपी जावन उस समय मात्र 14 साल का था। दो साल से भी अधिक समय बाद 2 नवंबर को उसको हत्या का दोषी ठहराया गया और जेल की सजा सुनाई गई। इसी समय ने रुकैय्या ने अपने बेटे के हत्यारे को गले लगाया और उसके परिवार की मदद के लिए प्रतिज्ञा की। रुकैय्या ने कहा कि मैं तुमसे नफरत नहीं करती और यही हमारा तरीका है।