असम एक ऐतिहासिक मस्जिद हाईवे के रास्ते में आ रही थी, जिसके चलते मस्जिद को ट्रांसपोर्ट के जरिए दूसरी जगह स्थापित कर दिया गया है। श्रमिकों की मदद से इस 100 साल पुरानी इस 2 मंजिला ऐतिहासिक मस्जिद की दीवारों को अलग-अलग हिस्सों में बांटकर नौगांव के पुरानीगुडम में स्थापित किया जा रहा है।
Assam: Minaret of historic mosque being shifted to pave way for highway
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— ANI Digital (@ani_digital) April 26, 2019
ज़ी न्यूज़ पर छपी खबर के अनुसार, मस्जिद को शिफ्ट कराने में जुटे इंजीनियर गुरदीप सिंह ने बताया कि ‘एनएच 37 में स्थित इस मस्जिद को सुरक्षित रूप से नौगांव से पुरानीगुडम में स्थापित किया जा रहा है। क्योंकि एनएच 37 को फोरलेन हाईवे में बदला जा रहा है। मस्जिद को दूसरी जगह शिफ्ट करने का काम 15 से 20 दिनों के अंदर पूरा हो जाएगा।
Assam: 2-storeyed minaret of a historic mosque is being shifted, without dismantling it, from its original location at Nagaon's Puranigudam. Situated along NH 37, minaret is being shifted as four-laning of the highway is being done. Engineer says "It'll be done within 15-20 days" pic.twitter.com/IkA4vLmGix
— ANI (@ANI) April 26, 2019
सिंह ने आगे बताया कि ‘मस्जिद को बिना तोड़े हाइड्रोलिक सिस्टम के जरिए इस मीनार की शिफ्टिंग का काम किया जा रहा है। मस्जिट को दूसरी जगह शिफ्ट करने का काम हरयाणा स्थित कंपनी आरआर एंड संस से मंगाए गए हाइड्रोलिक सिस्टम के जरिए संभव हो पाया है।

मस्जिद को शिफ्ट करने के काम में करीब 100 से भी ज्यादा लोग काम कर रहे हैं। जो कि पूरी सुरक्षा व्यवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है। यह काम दो फेज में कम्पलीट किया जाएगा।