चाटुकारिता के दौर में भी पत्रकारिता करने वाले विनोद दुआ ‘लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड’ से सम्मानित

वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ को पत्रकारिता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए साल 2017 का रेडइंक्स लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह अवार्ड मुंबई प्रेस कलब की तरफ से बुधवार को दिया गया है।

इस दौरान महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दुआ को एक शौल उढ़ाकर सम्मानिक किया। उन्होंने अवार्ड हासिल करने बाद कहा, “हमें सबसे पहले अपने अंदर देखना है। और दूसरा मीडिया में जो कुछ आज हो रहा उस तरफ देखना है।”

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उन्होंने कहा कि पत्रकारों को राजनेताओं से फासला रखना चाहिए। एक पत्रकार को इस तरह से रहना चाहिए कि जब उनसे नेताओं से कुछ लेना हो ले लें, लेकिन उनके नजदीक न जाएं।

इसके बाद वरिष्ठ नेता राजेश पाल को याद करते हुए उन्होंने इसके बाद कहा, “1990 में एक सांस्कृतिक पुनर्जागरण रैली होनी थी और मैंने राजेश पाल को अपने स्टूडियो बुलाया था।

उस दौरान पाल ने मुझे खुश करने के लिए मेरे कंधों पर हाथ रखकर कहा कि विनोद तुम बताओ मैं अभी चीजों को कैसे हैंडल करूं?”

तब मैंने बहुत तमीज से उनके हाथ को नीचे करते हुए उनसे कहा था “अगर मैं बेवकुफ होता तो बता देता कि इस सिचुएशन को कैसे हैंडल किया जाए।”

बता दें कि विनोद दुआ ‘द वायर’ वेबसाइट के लिए ‘जन गन मन की बात’ नामक कार्यक्रम करते हैं। इससे पहले दुआ एनडीटीवी के लिए काम करते थे और ‘जायका इंडिया का’ नाम का एक कार्यक्रम लेकर आते थे जिसमें वो देश और दुनिया के व्यजनों के बारे में बताते थें।