मोदी सरकार के 3 सालों में सांप्रदायिक हिंसाएं बढ़ीं, UP में ही अकेले 346 प्रतिशत का इज़ाफा: रिपोर्ट

बीते कल लोकसभा में देश में बढ़ रही सांप्रदायिक और जातीय घटनाओं का मुद्दा उठा।

इस दौरान लोकसभा में गृह राज्य मंत्री गंगाराम अहिरवार द्वारा सदन में पेश की गई राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट पेश की गई।

रिपोर्ट में बताया गया कि मोदी सरकार के 3 साल के कार्यकाल में सांप्रदायिक हिंसा के मामलों में 41 प्रतिशत इजाफा हुआ है।

अहिरवार ने बताया कि अभी सरकार के पास गौरक्षकों से जुड़ी हिंसा का आंकड़ा नहीं है।
लेकिन सांप्रदायिक, जातीय या नस्ली हिंसक घटनाओं का आंकड़ा मौजूद है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2014 में धर्म, नस्ल या जन्मस्थान को लेकर हुए विभिन्न समुदायों में हुई हिंसा की 336 घटनाएं हुई थीं। साल 2016 में ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़कर 475 हो गई।

आंकड़ों के मुताबिक, साल 2014 में यूपी में ऐसी 26 घटनाएं हुई थीं तो साल 2016 में ऐसी 116 घटनाएं हुईं। यूपी में 3 सालों में ऐसी घटनाएं 346 प्रतिशत बढ़ीं हैं।

उत्तराखंड में जहाँ साल 2014 में ऐसी केवल चार घटनाएं हुई थीं वहीँ साल 2016 में 22 घटनाएं हुईं। यानी उत्तराखंड में ऐसी घटनाओं में 450 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।