भारतीय IT प्रोफेशनल्स के लिए बढ़ी मुश्किलें, सिंगापुर नहीं देगा वीजा

भारत के आईटी प्रोफेशनल्स के लिए यह बहुत कठिन समय है यूएस के एच-1B वीसा में परेशानी होने के बाद अब सिंगापुर के वीसा में भी भारतीयों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। जनवरी 2016 से सिंगापुर वीसा के साथ परेशानी आई थी नए वीसा ज़ारी नहीं किये जा रहे हैं।

राज्य में आईटी व्यापारिक कम्पनियां पर क्षेत्रीय लोगों को नौकरी पर रखने का ज़ोर दिया जा रहा है जिसको भारतीय कम्पनियां द्वारा फॉलो करना मुश्किल है। भारत की ज़्यादातर बड़ी आईटी कंपनिया टीसीएस, इनफ़ोसिस, विप्रो से लेकर कॉग्निजेंट तक सभी सिंगापुर में हैं।

नैसकॉम के प्रेसिडेंट आर चन्द्रशेखर ने बताया की नए वीसा ज़ारी नहीं हो रहे हैं इसका मतलब पहले से मौजूद वीसा को फिर से रिन्यू नहीं किया जायेगा जिसकी वजह से कर्मचारियों की संख्या को बनाये रखने में परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

उन्होंने आगे बताया की सिंगापुर के लोकल कर्मचारियों को रखना सम्भव नहीं है क्यूंकि यहां पर वो गुणवत्ता नहीं मिल पाएगी। स्रोत के अनुसार सिंगापुर ने कम्पनियो को भारत से कर्मचारी रखने के लिए विभिन्न शर्ते रख दी हैं। ये पूरी तरह से कंप्रेहेंसिव इकनोमिक कोऑपरेशन एग्रीमेंट का हनन है।