हिंदू धर्म की रक्षा के लिए बजरंगदल अपने कार्यकर्ताओं को ‘धर्म योद्धा’ बनाने की तैयारी में है। बाबरी मस्जिद विध्वंस की 25वीं सालगिरह पर ‘त्रिशूल दीक्षा’ समारोह का आयोजन किया गया है। जिसमें बजरंगदल के दो लाख से ज़्यादा युवा कार्यकर्ताओं को ‘धर्म योद्धा’ बनाने की ट्रेनिंग दी जाएगी।
कार्यकर्ताओं को त्रिशूल चलाने की ट्रेनिंग दिए जाने के बारे में पश्चिमी यूपी में विश्व हिंदू परिषद ‘धर्म प्रसार’ के सचिव राकेश त्यागी ने बताया कि इन कार्यकर्ताओं को हिंदू धर्म की रक्षा के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई मंदिर ध्वस्त करने की कोशिश करेगा, हिंदू धर्म पर हमला करेगा, गाय को मारेगा, लव जिहाद करेगा तो ये ‘धर्म योद्धा’ उनसे निपटेंगे।’
राकेश त्यागी ने आगे कहा, ‘त्रिशूल्स को हथियारों के रूप में वर्गीकृत नहीं किया जा सकता। हालांकि इनका इस्तेमाल हिंदू धर्म की रक्षा के लिए किया जा सकता है। अब हिंदू धर्म के युवाओं के लिए वक्त आ गया है कि वो आगे आकर अपने धर्म की रक्षा करें।’
विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने बताया कि त्रिशूल दीक्षा’ देशभर में होती है। ये राज्य की इकाइयों पर निर्भर करता है कि वो क्या करना चाहते हैं। इस दौरान उन्होंने साफ किया कि हमारा संदेश ये है कि हिंदू किसी भी तरह की आक्रमकता को बर्दाश्त नहीं करेंगे।