नई दिल्ली: आम तौर पर देशवासियों या गैर मुस्लिम भाई एतिहासिक मस्जिद में पर्यटन के लिए जाते हैं। दिल्ली की शाही जामा मस्जिद या दूसरी एतिहासिक मस्जिदों में पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलता है, लेकिन एक अभियान के तौर पर देशवासियों को आमंत्रित करना और उन्हें मस्जिद की व्यवस्था से अवगत कराना यह शायद कम ही देखने को मिलता है।
Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
संसद जामा मस्जिद के इमाम मौलाना मुहिब्बुल्ला नदवी ने ईद के अवसर पर ‘मस्जिद का दौरा कीजिए’ के शीर्षक से एक अभियान की शुरुआत की है और गैर मुस्लिम भाइयों को सोशल मीडिया के जरिए आमंत्रित किया है।पिछले 22 जून से इस अभियान की शुरुआत की गई है और अब तक सैंकड़ों गैर मुस्लिम भाइयों ने संसद की मस्जिद का दौरा किया और इमाम और दुसरे नमाजियों के साथ बैठ कर बातचीत की और सेवैयाँ भी खाईं।
खास बात यह है कि इस में पुरुषों के साथ साथ महिलाएं भी शामिल हो रही हैं और वह भी मामले को मसझ रही हैं। हैरत की बात यह है कि संसद की मस्जिद से यह अभियान उस समय शुरू की जा रही है जब देश में नफरत और डर का माहौल है, एक दुसरे के खिलाफ दराड़ डालने की साजिशें की जा रही हैं और हत्या और खून खराबे का बाज़ार गर्म किया जा रहा है। बावजूद इसके बड़े पैमाने पर लोग मस्जिद में आ रहे हैं और भाईचारे का सबूत पेश कर रहे हैं।