क्रिकेट के दौरान UP में फ़िर दलित और सवर्णों में खूनी संघर्ष, योगी की पुलिस पर लगा भेदभाव का आरोप

यूपी में जौनपुर के करदहा गांव में क्रिकेट खेलने के दौरान बच्चों के बीच हुए विवाद न जातीय हिंसा का रूप ले लिया। इस घटना में दलित और सवर्ण पक्ष के आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।

इस घटना के बाद दलितों ने पुलिस पर मामले को गंभीरता से न लेने का आरोप लगाया और फूलपुर क्षेत्र के विन्दा गांव मोड़ के पास चक्का जाम कर दिया. हालाँकि काफी मशक्क्त के बाद पुलिस ने रास्ता खुलवाया।

रिपोर्ट के मुताबिक़, शनिवार को क्रिकेट खेलने के दौरान दलित और सवर्णों के बच्चों के बीच विवाद हो गया। देखते ही देखते मारपीट भी शुरू हो गई।

इस घटना के बाद से ही दलित काफी नाराज़ चल रहे थे। इस बीच शनिवार को ही दलित बस्ती में अपना खेत देखने आए अनिल सिंह को दलितों ने पीट दिया।

बाद इसके सोमवार को पिटाई करने वालों में शामिल युवक का पिता सवर्ण बस्ती में आया, जिसे अनिल सिंह के पुत्रों ने पीट दिया।

बाद इसके जब दलितों के कुछ लोग उसे बचाने आए तो सवर्णों और दलितों के बीच भयानक संघर्ष हो गया।

फिलहाल इस घटना में घायलों का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जलालपुर में हो रहा है। वहीं इस मामले में दलितों ने चार सवर्णो के विरुद्ध नामजद तहरीर दी है।

इस मामले में दलितों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप भी लगाया है।

मामले में जौनपुर एसपी केके चौधरी ने कहा कि  वर्ग संघर्ष नहीं है। दलित पक्ष की तहरीर पर आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।