रमजान के मद्देनजर उन्नाव के कानूनी स्लाटरहाउस से कानपुर में होगी गोश्त की सप्लाई

कानपुर : उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद से ही गली मुहल्लों में चल रहे बूचड़खानों और गैर कनूनी स्लाटर हाउसों को बंद किए जाने का सिलसिला शुरू हो गया, जिससे मांस व्यापार से लेकर मांस खाने वाले सभी लोग प्रभावित हुए हैं।

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कानपुर में तो यह स्थिति है कि दो महीने बीत जाने के बाद भी मांस समस्या के समाधान का कोई रास्ता नहीं निकल सका है। लेकिन रमजान महीने के मद्देनजर एक समस्या को हल करने की कोशिश की गई है।

न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के अनुसार कानपुर शहर में एक स्लाटरहाउस है, जिसे मानकों को पूरा न किए जाने की वजह से दो महीने पहले बंद कर दिया गया था, जिसके बाद से शहर के मांस कारोबारी काफी परेशान हैं। इस के मद्देनजर जमीअतुल हक कुरैश संगठन ने प्रशासन से इसका कोई समाधान निकालने के लिए कई बार मांग की थी। लेकिन सरकार ने एक नहीं सुनी। हालांकि अभी रमज़ान शुरू होने पर इस समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने एक रास्ता तलाशा है।

कानपुर से निकट उन्नाव शहर में सात कानूनी स्लाटरहाउस हैं, जहां से मांस विदेशों में भेजा जाता है। अब यहीं से कानपुर के कारोबारियों को मांस मुहैया कराया जाएगा, जिसकी उचित मूल्य रखी जाएगी। इस निर्णय के बाद एक बैठक कानपुर मांस कारोबारियों और उन्नाव के स्लाटरहाउस मालिकों और जिला प्रशासन के अधिकारियों के बीच हुई, जिसमें स्लाटरहाउस मालिकों को कम कीमत में मांस देने के लिए राजी कर लिया गया है। रमज़ान के मद्देनजर स्लाटरहाउस मालिकों ने भी कम कीमत में मांस की सप्लाई के लिए मान गए।

हालांकि बैठक में इस बात पर बहस हुई कि मांस एक शहर से दूसरे शहर तक ले जाने में मौजूदा माहौल को देखते हुए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन जिला प्रशासन के प्रयासों से स्लाटरहाउस के मालिक मांस कंटेनरों में कानपुर भेजने के लिए तैयार हो गए हैं। प्रशासन के इस कदम से कानपुर में मौजूदा रमजान के महीने में मांस की कमी नहीं होगी।