काशी में सूखी गंगा, बांध का पानी छोड़ने के लिए डीएम ने लिखे पत्र

वाराणसी: गंगा का जलस्तर एक पखवारे से लगातार तेजी से घटने के कारण भदैनी रॉ वाटर पम्पिंग स्टेशन पर जबरदस्त असर पड़ा है। जल संस्थान के महाप्रबंधक वी.के.सिंह ने बताया कि गंगा में पानी बेहद कम होने से भदैनी के पंप ठीक से पानी खींच नही पा रहे हैं। जलकल के तालाब खाली होने का सीधा प्रभाव शहर में पेयजल सप्लाई पर पड़ रहा है। नरौरा बांध से महज 350 क्यूसेक ही पानी छोड़े जाने से हालात गंभीर है। जलस्तर बढ़ने पर ही लोगों को शुद्ध पेजयल मिल सकेगा। पेयजल संकट की जानकारी मिलने पर डीएम योगेश्वर राम मिश्र ने शनिवार को पहल की। राम गंगा परियोजना के मुख्य अभियंता को पत्र भेजकर नरौरा बांध से गंगा में 2500 क्यूसेक अधिक पानी छोड़ने को कहा है। डीएम ने बताया कि संबंधित अधिकारियों से बातचीत कर संकट का हल निकालने की कोशिश है। नदी विज्ञानी और गंगा बेसिन अथॉरिटी के मेंबर प्रो. बी.डी.त्रिपाठी का कहना है कि सरकार का पूरा ध्यान गंगा को प्रदूषण मुक्त करने पर है जबकि गंगा की अविरलता सबसे प्रमुख है। गंगा में पानी कम होने से इसके किनारे बसे करीब 43 करोड़ लोगों का जीवन खतरे में हैं। अविरलता के बिना प्रदूषण खत्म नहीं हो सकता है।