नई दिल्ली: पिछले दो दिन पहले जामिया मिल्लिया इस्लामिया के गेट नंबर 7 के सामने बदमाश तत्वों के जरिये लगाए जाने वाले नारों और पोस्टरबाज़ी ने जिस में कहा गया था कि हिन्दू जामिया मिल्लिया इस्लामिया में सुरक्षित नहीं है, इस अभियान का जनाज़ा महज़ 24 घंटे के बीच ही निकल गया।
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भगवाधारी घटिया फ़िक्र का जनाज़ा निकालने वाले कोई और नहीं खुद जामिया मिल्लिया इस्लामिया के वह मानवतावादी गैर मुस्लिम छात्र हैं जो अपने मुस्लिम दोस्तों के साथ रहते हैं और शिक्षा हासिल करते हैं। जामिया का माहौल खराब करने वालों को करारा जवाब देते हुए जामिया के छात्र व छात्राएं ने एकजुटता का इज़हार करते हुए हाथों में स्वयं लिखित तख्ती उठा रखी थी जिसपर लिखा हुआ था कि मैं विनीता पांडे हूँ और मैं जामिया में खुद को सुरक्षित समझती हूँ।
इसी तरह विश्व जीत ने लिखकर बताया कि मैं हिन्दू हूँ और जामिया में खुद को पूरी तरह सुरक्षित समझता हूँ, कुछ ऐसा ही जामिया के छात्र यदवराज और मुकुंद झा ने भी लिखा है और इस तरह के बहुत से छात्रों ने एकजुट का इज़हार किया है।