बरेली: एक ओर जहाँ निदा के मामले में भाजपा के नेता निदा के समर्थन में खड़े हो गए हैं वहीं निदा के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं ने भी अपनी आवाज़ उठा रही हैं। कुछ महिलाओं ने तो यहां तक कह दिया कि निदा जो शरई अदालतों के पूरी तरह खिलाफ हैं, वह तो आला हजरत परिवार की बहु बनने के लायक ही नहीं थीं।
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इसी संबंध में सबका अधिकार ऑर्गेनाइजेशन का एक प्रतिनिधिमंडल से आई राज्यिक अल्पसंख्यक आयोग की टीम से मिला। ऑर्गेनाइजेशन में मौजूद महिलाओं ने अल्पसंख्यक आयोग की रूमाना सिद्दीकी व कुंवर इकबाल से मुलाक़ात करके शबीना के जरिये अपने ससुर के साथ हलाला करने की बात को सिरे से खारिज करते हुए बताया कि यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है।
इसकी निष्पक्ष जांच कराकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाइ जाए। जहाँ आयोग के सदस्यों ने महिलाओं से वादा किया कि किसी भी मामले में निष्पक्ष रवैया इख़्तियार करते हुए सभी के साथ इंसाफ किया जाएगा, किसी के साथ भी नाइंसाफी नहीं होने दी जायेगी।