पश्चिम बंगाल की रायगंज संसदीय सीट पर रोचक मुकाबला होने के आसार हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने मौजूदा सांसद मोहम्मद सलीम को ही वाम के इस गढ़ को बचाने उतारा है जिन्हें कांग्रेस की दीपा दासमुंशी से जबरदस्त टक्कर मिल रही है।
जानकारों के अनुसार, मोहम्मद सलीम इस सीट पर सबसे मजबूत उम्मीदवार हैं! बताया जा रहा है कि सभी की लड़ाई मोहम्मद सलीम से ही होगी। मौजूदा सासंद के रुप में उन्होंने सबसे ज्यादा वक्त अपने क्षेत्र में दिया है। नफ़रत की राजनीति के खिलाफ़ उनकी लड़ाई हमेशा से रही है। मोहम्मद सलीम बेबाक बोलने के लिए भी जाने जाते हैं।
आज तक पर छपी खबर के अनुसार, बीजेपी भी देबाश्री चौधरी को उम्मीदवार बनाकर अपने बढ़े हुए वोट बैंक के साथ जीत की आशा में है। टीएमसी से कन्हैया लाल अग्रवाल चुनावी मैदान में हैं. इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी, इंडियन डेमोक्रेटिक रिपब्लिक फ्रंट, सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट), कामातापुर पीपुल्स पार्टी (युनाइटेड), गोरखा राष्ट्रीय कांग्रेस, राष्ट्रीय जनसचेतन पार्टी, ऑल इंडिया जन आंदोलन पार्टी, आमार बंगाली के साथ चार निर्दलीय भी मैदान में हैं।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की तीन सीटों पर 18 अप्रैल को दूसरे फेज में मतदान होना है। 10 मार्च को लोकसभा चुनाव 2019 की घोषणा होने के बाद देश, चुनावी माहौल में आ गया है। 19 मार्च को इस सीट के लिए नोटिफिकेशन निकला, 26 मार्च को नोमिनेशन की अंतिम तारीख, 27 मार्च को उम्मीदवारों की अंतिम लिस्ट पर मुहर लगी।
अब 18 अप्रैल के मतदान के लिए सभी दलों ने अपनी ताकत झोंक दी है। लोकसभा चुनाव 2019 के दूसरे चरण में 13 राज्यों की 97 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है। मतदान का परिणाम 23 मई को आना है।