कोलकाता: आरएसएस, भाजपा और अन्य हिंदुत्व संगठनों ने पश्चिम बंगाल में राम नाओमी महोत्सव बड़े पैमाने पर मनाने के बाद अब विजय दश्मी के अवसर पर ” शास्त्र पूजा बड़े पैमाने पर आयोजन करने का फैसला किया है।
सूत्रों के अनुसार राम नाओमी की तरह इस अवसर पर भी बड़े पैमाने पर हथियारों की प्रदर्शनी की जाएगी और इस तरह का त्योहार राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित किया जाएगा।
इसी साल 5 अप्रैल को राम नाओमी के अवसर पर आरएसएस और उसके समर्थक दलों ने बड़े पैमाने पर राम नाओमी उत्सव का आयोजन किया था जिसमें युवाओं ने भाग लिया और उनके हाथों में हथियार थे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी निवास के पास भवानीपुर में भी इस तरह की रैली का आयोजन किया गया था।
गौरतलब है कि विजय दश्मी के एक दिन बाद एक अक्टूबर को योमे आशूरा है, जिमसें मुसलमानों के शिया समुदाय और सुन्नियों का एक तबका जुलुस निकालता है, पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा, सिक्किम और अन्डोमान के विश्व हिंदू परिषद शाखा के आयोजक सचिव सचिन्द्रा नाथ ने कहा कि अगर ममता बनर्जी ने हमें रोकने की कोशिश की तो हम कानून का सहारा लेंगे।
उन्होंने कहा कि हम यह देखेंगे कि ममता बनर्जी की सरकार हिन्दुओं को विजय दश्मी मनाने से रोकती है। उन्होंने कहा कि हथियार का प्रदर्शन अवैध नहीं है। लाईनस वाले हथियार का हम प्रदर्शन करेंगे और कोई नहीं रोक सकता। गौरतलब है कि आरएसएस और विहिप इस त्योहार को अन्य राज्यों में बहुत ही व्यवस्था से मनाती है। शास्त्र पूजा के दौरान विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल कई अवसरों पर विवाद पैदा कर चुकी है।