जामिया मिल्लिया इस्लामिया के नेहरुगेट हाउस के कमीटी रूम में जामिया के अरबी विभाग का बारहवां मौलाना महमूद हसन यादगारी खुतबा आयोजित हुआ। जामिया मिल्लिया इस्लामिया के वाईस चांसलर तलत अहमद की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में मौलाना आजाद नेशनल उर्दू युनिवर्सिटी के वाईस चांसलर, इस्लामिक फाउंडेशन फॉर साइंसेज एंड इनवायरमेंट के डायरेक्टर और उर्दू भाषा की माहनामा साइंस के मुदीर डॉक्टर असलम परवेज़ ने ‘कुरान फहमी की अहमियत’ के विषय पर लेक्चर दिया।
Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
कार्यक्रम की शुरुआत जामिया के अरबी विभाग में गेस्ट लेक्चरर डॉक्टर अज्मतुल्लाह नदवी की तिलावते कुरान से हुआ। कार्यक्रम में अपने ख़िताब में डॉक्टर असलम परवेज़ ने कहा कि एटम के बेहद छोटे हिस्से से लेकर ब्रह्मांड की महान वजूद थ, बेहद छोटे चीज़ से लेकर भारी भरकम पेड़ों और बड़े बड़े जानवरों तक खुदा का ऐसा अटल कानून लागु है कि इनमें से कोई उससे छेड़छाड़ या बदलाव नहीं कर सकता, पुरी ब्रह्मांड खुदा के बनाये कानून के पाबंद है। खुदाई कानून की उसी अटल पाबंदी को इस्लाम कहते हैं इसलिए पूरी ब्रह्मांड मुस्लिम है।