पाकिस्तान की मदद के बगैर भारत की बेटी उज़मा का यहाँ आना मुमकिन नहीं था: सुषमा सवराज

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि उज़मा को भारत वापस भेजने में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने इंसानियत के नाते काफ़ी मदद की। सुषमा ने कहा कि उनकी मदद के बिना उज़मा का लौटना शायद मुमकिन नहीं हो पाता।

उज़मा ने गुरुवार दोपहर वाघा सीमा से भारत लौटने के बाद सुषमा स्वराज और पाकिस्तान में भारत के डिप्टी हाई कमिश्नर जेपी सिंह के साथ एक संवाददाता सम्मेलन की। इस दौरान सुषमा ने उज़मा के पाकिस्तानी वकील बैरिस्टर शाहनवाज नून और जस्टिस कयानी का धन्यवाद किया।

सुषमा ने कहा कि बैरिस्टर शाहनवाज नून ने उज़मा को बिल्कुल अपनी बेटी की तरह माना। न्यायमूर्ति कयानी ने मामले का फैसला तथ्यों और मानवता को मद्देनजर रखते हुए किया जिसके लिए वह मैं आभारी हैं।

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच मौजूदा तनाव के बावजूद जिस तरह पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने उनकी मदद की इसके लिए भी वे आभारी हैं। इसके अलावा उन्होंने इस्लामाबाद में भारत के उप उच्चायुक्त जे पी सिंह का भी धन्यवाद किया।

सुषमा ने कहा कि आज मैंने राहत की सांस ली है कि मेरी बच्ची लौट आई है, और वह राहत मेरे चेहरे पर भी नजर आ रही होगी।