गैंगरेप के बाद बेटी की लाश लेकर मेट्रो में भटकती रही पीड़िता, तीनों आरोपी

 

गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर संदीप खिरबार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। पकड़े गए आरोपी की पहचान बुलंदशहर निवासी योगेंद्र के रूप में हुई है। इसके दोनों साथी अमित और जयकेश भी बुलंदशहर के रहने वाले हैं। गिरफ्तार आरोपी ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। संदीप खिरबार का कहना है कि फरार दोनों आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पड़ोसियों और पति से झगड़ा होने के बाद दंपति ने घर छोड़ दिया। पति और पत्नी दोनों अलग-अलग घर से निकले। महिला ने पहले कैंटर से लिफ्ट ली, लेकिन कैंटर चालक ने छेड़छाड़ की तो महिला आगे जाकर उतर गई।

इसके बाद महिला ने पीछे से आ रहे ऑटो से लिफ्ट ली, जिसमें पहले से तीन लोग बैठे थे। तीनों ने मौके का फायदा उठाकर महिला से बारी-बारी गैंगरेप किया। रोने पर बच्ची को उठाकर बाहर फेंक दिया, जिससे बच्ची की मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची के शरीर पर चोटों के निशान पाए गए हैं।

संदीप खिरबार ने बताया कि महिला ऑटो से लिफ्ट ले लेकर किसी तरह दिल्ली पहुंची और फिर दिल्ली मेट्रो में भी ट्रैवल लिया। इस दौरान बच्ची की लाश उसके पास ही थी। उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपियों का क्रिमिनल रिकॉर्ड खंगाल रही है।

ये है पूरा मामला
साइवर सिटी में कुछ दिन पहले चलती कार में नॉर्थ ईस्ट की महिला से गैंगरेप हुआ था। अब 29 मई को चलते ऑटो से नौ महीने की बच्ची को फेंककर हत्या करने और महिला से गैंगरेप की घटना से शहर में सनसनी फैली हुई है। गुरुग्राम पुलिस ने तीनों आरोपियों के स्केच भी जारी किए, जिनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है।

23 वर्षीय महिला ने पुलिस को दिए स्टेटमेंट में बताया कि पति और पड़ोसियों से झगड़ा होने के बाद वो 29 मई की रात को अपनी बेटी के साथ मायके आ रही थी। घर जाने के  लिए महिला ने ऑटो से लिफ्ट ली, जिसमें पहले से तीन लोग बैठे थे। महिला जैसे ही ऑटो में बैठी तीनों ने छेड़खानी शुरू कर दी। विरोध करने पर बच्ची रोने लगी तो उन्होंने बच्ची को ऑटो से नीचे फेंक दिया। डिवाइडर से सिर टकराने पर बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद चलते ऑटो में तीनों ने उसके साथ गैंगरेप किया। पुलिस ने इस मामले में अभी एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और बाकियों की तलाश जारी है।