जोधपुर यूनिवर्सिटी में ABVP के विरोध के बाद एक महिला प्रोफेसर को सस्पेंड किया गया

जोधपुर: दिल्ली यूनिवर्सिटी के रामजस कॉलेज की तरह जोधपुर यूनिवर्सिटी में भी एबीवीपी ने राष्ट्रवादी तांडव शुरू कर दिया है। एबीवीपी के दबाव के चलते यहां एक महिला प्रोफेसर को सस्पेंड कर दिया गया है और अब उनके टर्मिनेशन की तैयारी शुरू कर दी गई है।

मामला कुछ यूँ है कि पिछले महीने यहां एक सेमिनार का आयोजन हुआ था। इसका विषय ‘इतिहास को साहित्य के नजरिए से कैसे देखा जा सकता है’ था। इस विषय पर जेएनयू की प्रोफेसर निवेदिता मेनन ने कथित रूप से कुछ विवादित बयान दिए थे जिसके बाद निवेदिता मेनन का एबीवीपी ने कड़ा विरोध किया था।

इसके बाद निवेदिता मेनन के खिलाफ जोधपुर के एक थाने में प्राथमिकी भी दर्ज की गई थी। अब इस मामले को तूल देकर प्रोफेसर राजश्री राणावत को सस्पेंड कर दिया गया है।

वहीं यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर डॉ. आर. पी. सिंह ने कहा है कि अभी तो तत्काल सस्पेंड किया गया है और राजश्री को टर्मिनेट करने का प्रोसेस शुरू कर दिया गया है। और सिंडिकेट को सस्पेंड और टर्मिनेट करने का पूरा अधिकार है। लेकिन सवाल ये है कि इतनी बड़ी सजा सिर्फ प्रोफेसर राणावत को ही क्यों?

इस मामले पर कांग्रेस पार्टी के नेता सचिव पायलट ने आरोप लगाया है कि प्रोफेसर को टारगेट किया जा रहा है। वो अकेले आयोजन करने में नहीं थी उसके अप्रूवल अथॉरिटी वाईस चांसलर के हैं। वहीं प्रोफेसर राणावत का कहना है कि उनको धमकियां दी जा रही हैं।

दूसरी तरफ एबीवीपी नेताओं का कहना है कि जेएनयू की प्रोफेसर को वहां पर बोलने से रोका नहीं गया। वहां के छात्रों और प्रोफेसरों ने पहले विरोध किया था। एबीवीपी ने भी विरोध किया। इस पूरे प्रकरण के चलते एक दिन यूनिवर्सिटी बंद रही।