नई दिल्ली: मंगलवार शाम जी हिन्दुस्तान टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान एक महिला ने मौलाना को थप्पड़ मार दिया और उसके बाद मौलाना ने भी महिला को थप्पड़ मार दिया। अब सोशल मीडिया पर मौलाना को चांटा जड़ने वाली उस महिला की फोटो वायरल हो रही हैं, जिसमें दिखाया गया है कि वह महिला गांधी जी के हत्यारे गोडसे की मूर्ती के पास खड़ी है, जहां गोडसे की मूर्ती माला पहनाई जा रही है।
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छानबीन में पता चला कि मौलाना को चांटा मार कर विवाद भड़काने वाली महिला फराह फैज सुप्रीम कोर्ट की वकील होने के साथ संघ के संगठन राष्ट्रीय मुस्लिम महिला संघ की अध्यक्ष भी हैं। उनकी नजर में गोडसे बेहद सम्माननीय पुरुष हैं। अब गोडसे में विश्वास रखने वाले हिंसा को जन्म नहीं देगे तो और क्या करेंगे।
पिटने वाली मोहतरमा फरहा फ़ैज़ सितंबर 2014 में "लव जिहाद" नामक फ़र्ज़ी propaganda को हवा देने के लिए जंतर मंतर पर धरना देने गई थीं ,उनका तब का भाषण आप यहाँ वीडियो में सुन सकते हैं..कोई मौलाना एजाज़ से मिलवा दो रे , उनके हाथ चूमने का दिल हो रिया है … 🤗😂🤣
Geplaatst door मोहम्मद आरिफ़ खान op Woensdag 18 juli 2018
लेकिन मीडिया इन सब बारीकियों को छुपा कर उन्हें सुप्रीम कोर्ट की वकील और मुस्लिम महिलाओं की हितों की लड़ाई लडने वाल बता कर उनका महिमा मंडन कर रहा है। खैर वह मुस्लिम महिलाओं के हित की लड़ाई लड़ रही हैं, यह अच्छी बात है, लेकिन वह राष्ट्रीय सेवक संघ की एक शाखा की अध्यक्ष भी हैं। ऐसे में क्या उनका कर्तव्य नहीं बनता की वह नारी अधिकार की मांग करते हुए संघ के ओटीसी और आईटीसी के कार्यक्रमों में महिलाओं को शामिल करा कर उनको भी कोर्स करने की आज्ञा दिलायें।
पिटने वाली मोहतरमा गाँधी के हत्यारे की भक्त भी हैं …गोडसे भक्त ने पहले एक गाल पर थप्पड़ मारा ,लेकिन सामने वाला गाँधी थोड़े था जो दूसरा गाल आगे कर देता ।। उसने सूद समेत लौटा दिया ।।
Geplaatst door मोहम्मद आरिफ़ खान op Woensdag 18 juli 2018
संघ अपने ओटीसी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में महिलाओं को भागीदार बनने की आजादी नहीं देता और पूरी दुनियों की नारी अधिकारों की रक्षा का दावा भी करता है। ऐसे में यह भी उसी दोहरे चरित्र को अपना रही हैं तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। इनके तो मूल संगठन का ही दोहरा चरित्र है। रही मौलाना की बात, तो ऐसे बेहूदों को इतने जूते मारो की आइंदा किसी चैनल पर बहस के काबिल न रह जायें।
(साभार-नेशनल स्पीक)