ढाका: बांग्लादेश की सरकार रोहिंग्या शरणार्थियों को एक निचले समुद्री द्वीप ‘भाषण चार’ पर स्थानांतरित करने की योजना बना रही है, और उसके लिए सरकार कार्यक्रम पर प्रतिबद्ध है। उस द्वीप के विकास के लिए सरकार ने इस हफ्ते 280 मिलियन डॉलर की मंजूरी दी है।
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आपको बता दें कि भाषण चार द्वीप को मानसून के दौरान बाढ़ की स्थिति का सामना रहता है, जिसकी वजह से मानव अधिकार समूहों ने सरकार के इस परियोजना पर गंभीर आलोचना करते हुए इस पर समीक्षा की मांग की है। यह द्वीप 11 साल पहले समुद्री तल के नीचे होने पर देखा गया था।
गौरतलब है कि म्यांमार में कई दशकों से रोहिंग्या मुसलमानों पर अत्याचार और हिंसा का सिलसिला जारी है। वह बर्मी राज्य राखेन में बसे हैं, लेकिन बर्मा में बसे बौद्ध अनुयायी उन्हें बर्मा के नागरिक स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं, म्यांमार सेना ने 25 अगस्त से बड़े पैमाने पर आपरेशन करते हुए हज़ारों रोहिंग्या मुसलमानों को मौत के घाट उतार दिया है, जब कि 6 लाख से अधिक मुसलमान बेघर होकर बांग्लादेशी सीमा के निकट बने शिविरों में बेतुका जीवन बिताने पर मजबूर हैं।