World Cup-T20 :न्यूजीलैंड को हराकर इंग्लैंड फ़ाइनल में

वर्ल्ड टी-20 के पहले सेमीफ़ाइनल में इंग्लैंड ने न्यूज़ीलैंड को 7 विकेट से हराकर दूसरी बार वर्ल्ड टी-20 के फ़ाइनल में जगह बना ली। जेसन रॉय को आतिशी पारी के लिए ‘मैन ऑफ़ द मैच’ से नवाज़ा गया।

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इंग्लैंड का सामना 3 अप्रैल को कोलकाता में गुरुवार को भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच खेले जाने वाले दूसरे सेमीफ़ाइनल के विजेता से होगा।

दिल्ली के फ़िरोज़ शाह कोटला स्टेडियम में खेले गए इस मुक़ाबले में टॉस इंग्लैंड ने जीता और पहले न्यूज़ीलैंड को बल्लेबाज़ी का न्यौता दिया। न्यूज़ीलैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही, जब तीसरे ओवर में ही डेविड विली ने मार्टिन गुप्टिल को पैवेलियन का रास्ता दिखा दिया था। गुप्टिल ने 12 गेंदो पर 15 रन बनाए।

कप्तान विलियमसन का साथ देने नंबर-3 पर आए कोलिन मुनरो ने अच्छी बल्लेबाज़ी करते हुए न्यूज़ीलैंड को बड़े स्कोर की तरफ़ ले जा रहे थे। 10 ओवर में ही कीवियों का स्कोर 90 रन हो चुका था, लेकिन 11वें ओवर में मोइन अली ने ख़तरनाक दिख रही इस साझेदारी को तोड़ डाला। जब कप्तान विलियमसन ने मोइन अली को कैच थमा दिया। विलियमसन ने 28 गेंदो पर 32 रन बनाए।

हालांकि मुनरो इंग्लिश गेंदबाज़ों के ख़िलाफ़ जमकर प्रहार कर रहे थे, और वर्ल्ड टी-20 में पहला अर्धशतक लगाने की तरफ़ बढ़ रहे थे। लेकिन लियाम प्लंकेट ने मुनरो को आउट कर इंग्लैंड को खेल में वापस ला दिया था। मुनरो ने 32 गेंदो में 46 रन की पारी खेली।

मुनरो के आउट होते ही कीवियों की पारी लड़खड़ा गई, नतीजा ये हुआ कि एक वक़्त 200 का आंकड़ा छूती दिख रही न्यूज़ीलैंड 8 विकेट पर 153 रन ही बना सकी। इंग्लैंड की तरफ़ से ऑलराउंडर बेन स्टोक्स ने सबसे ज़्यादा 3 विकेट झटके।

154 का पीछा करने उतरी इंग्लिश टीम पर सेमीफ़ाइनल मैच का दबाव भी था और सामने एक ऐसी टीम थी जिसने इस टूर्नामेंट में अब तक हार नहीं झेली थी। लेकिन जेसन रॉय ने आतिशी बल्लेबाज़ी करते हुए दबाव न्यूज़ीलैंड पर ला दिया था।

जेसन रॉय और एलेक्स हेल्स ने पावर प्ले में ही इंग्लैंड का स्कोर 67 रन तक पहुंचा दिया था। जेसन रॉय ने 26 गेंदो पर ही अर्धशतक जड़ दिया था, वर्ल्ड टी-20 में किसी भी इंग्लिश बल्लेबाज़ का ये दूसरा सबसे तेज़ अर्धशतक था। यहां से कीवियों के लिए वापसी आसान नहीं थी। न्यूज़ीलैंड के गेंदबाज़ों और फ़ील्डर्स हताश नज़र आ रहे थे।

हालांकि 9वें ओवर में मिचेल सांटनर ने एलेक्स हेल्स को आउट कर कीवियों को पहली क़ामयाबी दिलाई, हेल्स ने 19 गेंदो पर 20 रन बनाए। 82 रनों पर इंग्लिश टीम का पहला विकेट गिरा था, लेकिन तब तक शायद देर हो चुकी थी। क्योंकि जेसन रॉय एक छोर से जमे थे और कीवी गेंदबाज़ों की जमकर ख़बर ले रहे थे।

10 ओवर के बाद इंग्लैंड का स्कोर 1 विकेट पर 98 रन था यानी यहां से इंग्लिश टीम को बस 56 रनों की दरकार थी, और जिस रफ़्तार से रॉय बल्लेबाज़ी कर रहे थे, इंग्लैंड के लिए जीत ज़्यादा दूर नहीं थी। 13वें ओवर की पहली गेंद पर इश सोढ़ी ने रॉय को बोल्ड कर कीवियों को दूसरी क़ामयाबी दिलाई, रॉय ने 44 गेंदो पर 78 रन की पारी खेली।

अगली ही गेंद पर सोढ़ी ने इंग्लिश कप्तान इयान मोर्गन को भी LBW आउट कर, ख़ुद हैट्रिक पर खड़े थे और कीवियों के लिए एक आउटसाइड चांस बना दिया था। लेकिन जोए रूट और इयान बटलर ने न्यूज़ीलैंड को कोई मौक़ा नहीं दिया। इंग्लैंड ने 18वें ओवर में जीत हासिल कर ली। और पहली बार वर्ल्ड टी-20 के फ़ाइनल में पहुंचने की न्यूज़ीलैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

टूर्नामेंट में इस मैच से पहले अनबिटेन रही न्यूज़ीलैंड को वार्म अप मैच में भी इंग्लैंड के ही हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इस जीत के साथ ही दूसरी बार इंग्लैंड टीम वर्ल्ड टी-20 के फ़ाइनल में जगह बनाने में क़ामयाब रही, इससे पहले 2010 वर्ल्ड टी-20 में इंग्लिश टीम चैंपियन रही थी।

इंग्लैंड का सामना अब दूसरे सेमीफ़ाइनल के विजेता के साथ होगा जिसमें वेस्टइंडीज़ और भारत का सामना होगा। 3 अप्रैल को वर्ल्ड टी-20 का ख़िताबी मुक़ाबला खेला जाएगा, अब ये तय हो गया कि भारत, इंग्लैंड या वेस्टइंडीज़ में से जो भी विजेता बनेगा वह दो बार वर्ल्ड टी-20 पर कब्ज़ा जमाएगा। इससे पहले ये तीनों ही टीमें क्रिकेट के इस सबसे छोटे फ़ॉर्मेट की एक एक बार वर्ल्ड चैंपियन बन चुकी हैं।

स्कोर कार्ड:

न्यूज़ीलैंड 153/8 (मुनरो 46, स्टोक्स 3/26)

इंग्लैंड 159/3 (जेसन 78, सोढ़ी 2/42 )