नई दिल्ली। 14 हजार करोड़ के पीएनबी बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी के मामा मेहुल चोकसी इस समय एंटीगुआ द्वीप पर छिपा है। जांच एजेंसियों के मुताबिक मेहुल अमेरिका से फरार होकर एंटीगुआ पहुंचा था।
केरेबियाई द्वीप की नागरिकता फीस को यहां के डेवलपमेंट के नाम पर लिया जाता है। नियम के मुताबिक चोकसी ने भी एंटीगुआ की नागरिकता सिर्फ 2 लाख अमेरिकी डॉलर (1.3 करोड़ रुपए) में ली है।
नियम के मुताबिक वहां के पासपोर्ट पर वह 32 देशों की यात्रा कर सकता है। इसमें इंग्लैंड भी शामिल है। इतना ही नहीं चोकसी को यहां की नागरिकता के लिए यहां रहना भी जरूरी नहीं है।
इसके अलावा अगर कोई कारोबारी एंटीगुआ में 1.5 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश करता है तो भी वह एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर सकता है।
जांच एजेंसियों ने अंदेशा जताया है कि मेहुल चोकसी को कोई जांच से जुड़ी जानकारियां लीक कर रहा है क्योंकि, इंटरपोल ने 9 जुलाई को उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था।
चोकसी को पता चल गया था कि उसकी गिरफ्तारी हो सकती है। यही वजह है कि वह अमेरिका से फरार हो गया।