लंदन: ईस्ट लंदन में स्थित मस्जिद एब्बे मिल्स जो “मस्जिदे इलियास” के नाम से भी जाना जाता है, इस मस्जिद को यूरोप की सबसे बड़ी मस्जिद बनाने की योजना थी। जबकि उसे अब विध्वंस का सामना है।
Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
मंगलवार को ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिद के विध्वंस के आदेश जारी किए हैं। इसकी वजह यह है कि जिस जगह पर मस्जिद निर्माण की गई नगर पालिका के मुताबिक वह किसी अन्य उद्देश्य के लिए विचारधीन थी।
ईस्ट लंदन के क्षेत्र स्ट्रीटफोर्ड में स्थित इस मस्जिद में साप्ताहिक नमाजियों की औसत संख्या 2000 के करीब है। उसकी निर्माण एक अस्थायी इस्लामी केंद्र के रूप में जिस भूमि पर हुई उसे 1996 में तबलीगी जमात से संबंधित सदस्यों ने खरीदा था। इससे पहले यहाँ एक रासायनिक कारखाना स्थापित था।
विवादास्पद मस्जिद के विध्वंस से संबंधित न्यायिक आदेश की खबर कई स्थानीय मीडिया द्वारा प्रकाशित की गई। बुधवार को “द टाइम्स” अख़बार में छपा कि तबलीगी जमात ने मस्जिद की निर्माण के दौरान ही इसके विस्तार करने की योजना बनाली थी ताकि “हजारों लोग” यहां नमाज अदा कर सकें। इसलिए स्थानीय मीडिया ने अपनी ललचाई नजरें इस “महान” मस्जिद परियोजना पर लगा दीं।
बहरहाल चिंताओं को कम करने के लिए तबलीगी जमात ने मस्जिद की गुंजाइश 9310 नमाजियों तक कम करने का निर्णय लिया। उधर न्यूहाम टाउन काउंसिल ने 18,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में मस्जिद के विस्तार की अनुमति देने से मना कर दिया। क्योंकि यह क्षेत्र वास्तव में आवास और वाणिज्यिक उद्देश्यों के लिए आवंटित किया गया था।
![YouTube video](https://i.ytimg.com/vi/vVrNmuDG2Ls/hqdefault.jpg)