इंटरव्यू में हाथ मिलाने से मना करने वाली मुस्लिम लड़की ने केस जीता, इतना मिला मुआवजा

एक स्वीडिश मुस्लिम महिला ने नौकरी के साक्षात्कार समाप्त होने पर इंटरव्यू लेने वाले से हाथ मिलाने से इंकार कर दिया था जिसका केस उसने जीत लिया है। 24 वर्षीय फराह अलहाजह दुभाषिया के रूप में नौकरी के लिए आवेदन कर रही थीं तब उन्होंने धार्मिक कारणों से पुरुष साक्षात्कारकर्ता से हाथ मिलाने से मना कर दिया था।

स्वीडिश श्रम अदालत ने फैसला सुनाया कि कंपनी ने उसके खिलाफ भेदभाव किया और मुआवजे में 40,000 क्रोनर का भुगतान करने का आदेश दिया।

मामला स्वीडन के भेदभाव लोकपाल (डीओ) द्वारा उठाया गया था और 15 अगस्त को एक महत्वपूर्ण निर्णय आया। स्वीडन के श्रम न्यायालय ने फैसला दिया कि महिला के साथ अप्रत्यक्ष रूप से भेदभाव किया गया था।

कंपनी की नीति कुछ धर्मों, अर्थात् मुसलमानों के लिए विशेष रूप से हानिकारक है, जो महिलाओं और पुरुषों के बीच हाथ मिलाने पर प्रतिबंध लागू करते हैं।

डीओ की प्रक्रिया इकाई के निदेशक मार्टिन मोर्क ने कहा, ‘यह एक कठिन मुद्दा है और इसलिए हमने अदालत के परीक्षण के लिए महत्वपूर्ण माना।’