‘बिट कॉइन’ का इस्तेमाल इस्लाम में हराम: मिस्र के मुफ़्ती ए आज़म

काहिरा: मिस्र के मुफ़्ती ए आज़म शोकी इब्राहीम अब्दुल करीम ने डिजिटल करंसी “बिट कॉइन” के इस्तेमाल को हराम क़रार देते दे दिया है। मिस्र के मुफ़्ती ए आज़म शोकी इब्राहीम अब्दुल करीम ने फतवा दिया है कि जिसके मुताबिक इंटरनेट के जरिए (ऑनलाइन) लेनदेन और इन्वेस्टमेंट में इस्तेमाल होने वाली करंसी “बिट कॉइन” हराम है। .

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फतवे में कहा गया है कि बिट कॉइन के जरिए खरीदारी और लेनदेन में नुकसान सहित कई हवालों से उसका इस्तेमाल शरिअत में जायज़ नहीं। मुफ़्ती आज़म शोकी इब्राहीम अब्दुल करीम ने कहा है कि साइबर करंसी होने की वजह से कोई भी आसानी से धोके का शिकार हो सकता है। इसके अलावा कीमतों में तेज़ी से उतर चढ़ाव की वजह से किसी भी शख्स और समुदाय को नुकसान पहुँच सकता है।

गौरतलब है कि बिट कॉइन एक एसी करंसी है जिसका सच में कोई वजूद नहीं बल्कि सिर्फ इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन लेनदेन और इन्वेस्टमेंट ही में इस्तेमाल होती है। इसके अलावा यह किसी देश की सरकारी करंसी भी नहीं जबकि दुनियां के अधिकतर बैंक बिट कॉइन को बतौर करंसी स्वीकार ही नहीं करते।