म्यांमार की सेना ने पहली बार स्वीकारा, रोहिंग्या मुसलमानों के कत्लेआम में सेना शामिल थी

यंगून। म्यांमार की सेना ने पहली बार यह स्वीकार कर लिया है कि उसके सैनिक राखेन में रोहिंग्या मुसलमानों के कत्लेआम की घटना में शामिल थे। सेना ने स्वीकार किया कि राखेन की सामूहिक कब्र से जो शव मिली थीं वो बंगाली मुसलमानों की थीं, जिन्हें बंगाली आतंवादी बताकर सेना ने उन्हें क़त्ल कर दिया था।

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सेना की जांच रिपोर्ट में बताया गया है कि म्यांमार के 4 सैन्य कर्मियों ने पिछले साल 2 दिसंबर को राखेन के क्षेत्र ऑनडन में 10 मुस्लिमों को आतंकी हमले के बदला लने के मकसद से हत्या कर दिया था। कब्र से मानव कंकाल के बरामद होने पर सेना ने घटना के जांच के आदेश दिए और जांच के बाद स्वीकार किया कि स्थानीय बुद्धिष्ट और सेना मुसलमानों की सामूहिक हत्या के जिम्मेदार हैं।

बता दें कि अगस्त 2017 में मुसलमानों के खिलाफ सरकारी सेना और बुद्धिष्टों ने क्रूर कार्रवाई करते हुए हजारों रोहिंग्या मुसलमानों की हत्या कर दी थी, और उनके घरों को आग लगा दी थी।