सऊदी अरब पर दागी गई मिसाइल का ईरान से कनेक्शन- संयुक्त राष्ट्र के विशेषज्ञ

यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ सऊदी अरब के तेज होते हमलों के बीच  UN के एक्सपर्ट  और न्यूज़ एजेंसी AFP के दावों की माने तो  पिछले दिनों सऊदी की राजधानी पर हूती विद्रोहियों की दागी गई मिसाइल ईरान में बनी थी. जानकारी केलिए बता दें की सऊदी अरब और अमेरिका शुरू से ईरान पर हुत्ति विद्रोहियों को मिसाईल देने का आरोप लगाते रहे हैं. संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों के पैनल ने पिछले महीने मई, जुलाई और हाल में 4 नवंबर को मिसाइलों के घटकों का निरीक्षण करने के लिए रियाद की यात्रा की थी और हाल ही में
सुरक्षा परिषद को रिपोर्ट पेश की थी. पैनल ने रिपोर्ट मे लिखा है कि 4 नवंबर के मिसाइल हमले के प्रभाव के बिंदु से एक घटक को पुनः प्राप्त किया गया था  “साइड बेगहेरी इंडस्ट्रियल ग्रुप के समान एक लोगो के साथ चिह्नित” जो “ईरानी एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज संगठन की सहायक कंपनी है।” 
24 नवंबर को ईरान को भेजे गए एक पत्र में, पैनल ने उन व्यक्तियों और कंपनियों के बारे में जानकारी मांगी जिसमें
शविड बेगेरी औद्योगिक समूह ने मिसाइल घटक निर्यात किया। 
अमेरिकी राजदूत निकी हली ने पिछले महीने सऊदी अरब के खिलाफ यमन से मिसाइल हमलों पर ईरान के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय कार्रवाई की मांग की थी, जिसमें रियाद ने “प्रत्यक्ष आक्रामकता” के रूप में वर्णित किया है। हेलि ने सऊदी अरब द्वारा प्रदान की गई जानकारी का हवाला देते हुए दिखाया कि जुलाई में एक मिसाइल उड़ाया गया था,
वह एक ईरानियाई क़ियाम था और ये हथियार यमन में संघर्ष से पहले मौजूद नहीं था। ईरान ने बार-बार इनकार कर दिया है कि वह हथियारों को हथियार के साथ आपूर्ति कर रहा है।


 

 

 

 

 

 

 

करत में अमेरिकी वायुसेना के केंद्रीय कमान को संभालने वाले लेफ्टिनेंट जनरल जेफरी ए हैरिगियन ने कहा, ‘उन मिसाइलों में ईरानी मार्के छपे थे… मेरे हिसाब ये ईरान की लिंक जोड़ते हैं.’ हालांकि इसके साथ ही कहा कि हूती विद्रोहियों ने इसे कैसे हासिल किया इसे लकेर जांच करने के बाद ही स्पष्ट रूप से कुछ कहा जा सकेगा.

बता दें कि पिछले शनिवार 4 नवंबर को रियाद के अतंरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर यह मिसाइल दागी थी, जिसे सऊदी सेना ने मार गिराया था. सऊदी जांचकर्ताओं ने रॉकेट के बचे हुए टुकड़ों की जांच की और उनके मुताबिक इसमें ‘इस मिसाइल को बनाने में ईरानी सरकार की भूमिका का पता चला है.’

इस हमले के बाद सऊदी गठबंधन ने इस हफ्ते की शुरुआत में यमन की सीमाओं को बंद कर दिया था. इस बीच सऊदी नीत गठबंधन सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के कब्जे वाली राजधानी सना में रक्षा मंत्रालय पर तड़के दो हवाई हमले किए. प्रत्यक्षदर्शियों और विद्रोही मीडिया ने बताया कि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. उन्होंने बताया कि हवाई हमले के बाद भी जंगी जहाज सना के ऊपर चक्कर लगाते रहे.

सऊदी नीत गठबंधन ने पहले भी रक्षा मंत्रालय पर हमले करके इसे भारी क्षति पहुंचाई थी, लेकिन यह ताजा हमला सऊदी अरब और हुती विद्रोहियों का समर्थन करने वाले ईरान के बीच बढ़ रहे तनाव के बीच हुआ है.