हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास को आईएएस की बेटी के साथ छेड़खानी के मामले में गिरफ्तारी के बाद थाने से ही ज़मानत पर छोड़ दिए जाने पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
इस न्यायिक प्राकरण पर अब ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने भी सवाल खड़े किए हैं। सोमवार को एक ट्वीट कर उन्होंने लिखा, “जब समाज के अभिजात्य वर्ग के ऐसे मामले सामने आते है तो सोचिए निम्न वर्ग के लोगों के साथ कैसे न्याय होगा”।
इससे पहले खुद पीडिता ने अपने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था कि कि वह खुशकिस्मत है, जो किसी आम आदमी की बेटी नहीं, वरना उसके केस को गंभीरता से नहीं लिया जाता।
क्या है मामला
हरियाणा में एक IAS की बटी ने बीजेपी नेता सुभाष बराला के बेटे विकास पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। लड़की का आरोप है कि विकास बराला और उसका दोस्त आशीष कुमार एक पेट्रोल पंप से ही उनकी कार का पीछा कर रहे थे और कार का दरवाज़ा खोलने की कोशिश की।
लड़की के कई बार फोन करने पर पुलिस वहां पहुंची और दोनों लड़कों को गिरफ़्तार कर लिया। लेकिन कुछ देर के बाद ही इन लोगों को बेल पर रिहा कर दिया गया। इन लोगों के खिलाफ मोटर व्हीकल एक्ट और IPC की उन धाराओं के तहत केस दर्ज किया था, जिनमें बेल दिए जाने का प्रावधान है।