अब योगी सरकार साध्वी प्राची-संजीव बलियान पर दर्ज केस वापस लेने की कर रही तैयारी

मुजफ्फरनगर और शामली सांप्रदायिक दंगे के केस को वापस लेने के योगी सरकार के फैसले के बीच यूपी सरकार कुछ और  केस वापिस लेने जा  रही है.  इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, योगी सरकार अब साध्वी प्राची, संजीव बलियान सहित दो बीजेपी सांसदों और तीन विधायकों पर दर्ज हेट स्पीच और क्रिमिनल चार्ज के मामले को वापस लेने की तैयारी कर रही है.

रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें साल 2013 में मुजफ्फरनगर में सांप्रदायिक तनाव फैलने से पहले हुए महापंचायत में दिए गए हेट स्पीच, जिससे हिंसा बढ़ गई थी के भी मामले में दर्ज केस को वापस लेने की तैयारी हो रही है. साध्वी प्राची, बिजनौर से बीजेपी सांसद कुंवर भरतेंद्र सिंह, मुजफ्फरनगर से संजीव बलियान, बीजेपी विधायक उमेश मलिक, संगीत सोम और सुरेश राणा के नाम शामिल हैं, जो महापंचायत में शामिल हुए थे.

बता दें कि संजीव बलियान सितंबर 2017 तक केंद्रीयमंत्री थे. वहीं, सुरेश राणा यूपी सरकार में मंत्री हैं. मलिक मुजफ्फरनगर के बधाना से विधायक हैं. राणा शामली के थाना भवन सीट से जीतकर आए हैं और संगीत सोम मेरठ सरधना सीट से चुनकर आए हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक, सिखेरा पुलिस स्टेशन में दो केस दर्ज हैं. इसमें मंदोर एरिया के इंटर कॉलेज में एक 31 अगस्त 2013 और 7 सितंबर 2013 को हुए महापंचायत में दिए गए भाषणों को आधार बनाया गया है. बता दें कि ये दोनों महापंचायतें कवाल गांव में 27 अगस्त को शाहनवाज की हत्या के बाद सचिन और गौरव की पीट-पीट कर हत्या के मामले में हुई थी. इन तीनों हत्याओं के बाद जिले में 7 सितंबर 2013 को हिंसा फैल गई थी.