यूपी की योगी सरकार ने आजम खान की यूनिवर्सिटी जौहर अली का उर्दू गेट गिराने की तैयारी मे है। योगी सरकार ने इस गेट को अवैध घोषित किया है। नियमों के विपरीत बने इस गेट को अब गिराने की तैयारी चल रही है।
यूनिवर्सिटी का यह गेट आजम खान का पसंदीदा माना जाता है। इसे समाजवादी पार्टी की सरकार में बनवाया गया था। इस गेट को बनाने में 40 लाख रुपये खर्च किए गए थे। इस गेट के अवैध होने की शिकायत हुई थी।
जिसके बाद इस साल जिलाधिकारी को जांच करने को कहा गया था। जांच में डीएम ने पाया कि यह गेट जहां बना है उससे गाड़ी चलाते वक्त लोगों को परेशानी हो रही है।
दरअसल यह गेट रामपुर जिले को उत्तराखंड से जोड़ता है। ऐसे में इस पर वाहनों का बहुत दबाव रहता है। कई बार ट्रैफिक जाम और बाधित होने की शिकायतें प्रशासन को मिली। डीएम की जांच के बाद यूपी पीडब्ल्यूडी (पब्लिक वर्क डिपार्टमेंट) ने इसे अवैध घोषित कर दिया था।
अधिकारियों ने बताया कि डीएम शिव सहाय अवस्थी ने जांच रिपोर्ट सरकार को भेजी थी। सरकार की तरफ से उन्हें कहा गया कि इस रिपोर्ट पर उचित कार्रवाई करें। इसके बाद जिला प्रशासन ने इस गेट को ढहाने का फैसला किया।
आप को बता दें की कांग्रेस नेता व पूर्व विधायक नवाब काजिम अली खान, बीजेपी नेता आकाश कुमार सक्सेना और कांग्रेस के फैसल खान ने राज्य सरकार को पत्र लिखकर इस अवैध गेट की शिकायत की थी।
पीडब्ल्यूडी के सुपरिंटेंडेंट इंजिनियर संजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य सरकार ने आदेश दिया था कि शिकायत पर उचित फैसला किया जाए। उन्होंने मौके पर तत्काल जाकर जांच करने को कहा था। जांच रिपोर्ट के बाद अब प्रशासन इस गेट पर बुलडोजर चलवाने की तैयारी कर रही है।