मशहूर शायर और साइंटिस्ट गौहर रज़ा के ख़िलाफ़ साल 2016 में अपमानजनक प्रसारण करने वाले ज़ी न्यूज पर एनबीएसए ने एक लाख का ज़ुर्माना लगाया है और चैनल को गौहर राजा से माफ़ी मांगने के लिए भी कहा है।
दरअसल उस वक़्त एक मुशायरे में गौहर रज़ा ने सत्ता पर सवाल उठती हुई एक नजम पढ़ी थी। जोकि मोदी सरकार के चहेते न्यूज़ चैनल जी न्यूज़ को पसंद नहीं आई।
उन्होंने इसपर एक कार्यक्रम प्रसारित किया जिसका टाइटल उन्होंने ‘अफ़जल प्रेमी गैंग का मुशायरा‘ दिया और उसमें गौहर रज़ा को ‘देशद्रोही’ बताते हुए उन्हें संसद पर हमले के आरोपी अफजल गुरु का समर्थक कहा था।
द वायर की खबर के मुताबिक, इस मामले में गौहर रज़ा ने ज़ी न्यूज़ के खिलाफ एनबीएसए में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसपर कार्रवाई करते हुए
एनबीएसए ने कहा कि एक नागरिक के तौर पर गौहर रज़ा के बोलने के अधिकार को नहीं रोका जा सकता।
ज़ी न्यूज़ गौहर रज़ा के ख़िलाफ़ ग़लत, दुर्भावनापूर्ण और तोड़मरोड़ कर कवरेज किया, जिसके लिए 8 सितंबर को शाम 9 बजे ज़ी न्यूज़ को हिंदी में बड़े फॉन्ट में फुल स्क्रीन पर माफ़ी मांगनी होगी। प्रसारण साफ आवाज़ में और धीमी स्पीड से प्रसारित किया जाएगा।
इसके अलावा चैनल को सात दिन के अंदर एक लाख रुपये का ज़ुर्माना भी भरना होगा. इस आदेश में एनबीएसए ने कहा कि बड़े चैनल नागरिकों के बोलने के अधिकार को रौंद नहीं सकते।