जेनेवा: दुनिया भर के करीबन 28 देशों में फ़ैल चुके एक खतरनाक वायरस के खतरे को देखते हुए वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने ग्लोबल इमरजेंसी का ऐलान कर दिया है। डॉकटरों की मानें तो यह बिमारी पिछले सालों में लाखों जानें ले चुकी बीमारी इबोला के जितनी ही खतरनाक है और एक अंदाज़े के मुताबिक साल के आखिर तक इस वायरस की चपेट 40 लाख लोग आ सकते हैं।
आपको बता दें कि इस वायरस की वजह से माइक्रोसेफैली फैल रहा है और छोटे सिर के बच्चे पैदा हो रहे हैं। अभी इस वायरस से ख़ास तौर पर मेक्सिको, ग्वाटेमाला, अल सल्वाडोर, पनामा, होंदूरस, हैती, डोमिनिकन रिपब्लिक, कोलंबिया, वेनेजुएला, इक्वाडोर, बोलिविया, ब्राजील. पराग्वे, गुयाना, सुरीनेम, फ्रेंच गियाना और निकारागुआ जैसे देश चपेट में हैं।
जीका वायरस फैलने की वजह जीका ‘एडीस ऐजिप्टी‘ नाम का मच्छर है। इसी मच्छर के काटने से ही यलो फीवर, डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने के लिए भी जिम्मेदार है। इस वायरस से सबसे खतरा प्रेग्नेंट महिलाएं को होता है। इस वायरस की वजह से बच्चे छोटे सिर (माइक्रोसेफैली) के साथ पैदा होते हैं। माइक्रोसेफैली, न्यूरोलॉजिकल समस्या है। इसमें बच्चे का दिमाग पूरी तरह डेवलप नहीं हो पाता है। अब तक इस बिमारी की वजह से 80 से भी ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है।