रात की तारीकी में दुआ करो, वह कुबूलियत का खास वक्त है
हजरत अबू हुरैरा (रजि०) फरमाते हैं कि जिस को पांच चीजे मिल गई वह दूसरी पांच चीजों से महरूम नहीं रहेगा। जिसको शुक्र की तौफीक मिली वह नेमतो की ज्यादती से हरगिज महरूम न रहेगा-‘‘अगर शुक्र करोगे तो और ज्याद दूंगा।’’ जिसको सब्र की तौफीक मि