हदीस शरीफ
हज़रत अब्बू सईद ख़ुजरी रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया अगर कोई शख़्स ख़िलाफ़-ए-शरीयत काम को देखे तो हाथ से इस को रोक दे , अगर इतनी ताक़त ना हो तो ज़बान से मना करदे , ये भी ना होसके तो कम
हज़रत अब्बू सईद ख़ुजरी रज़ी अल्लाहो तआला अनहो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया अगर कोई शख़्स ख़िलाफ़-ए-शरीयत काम को देखे तो हाथ से इस को रोक दे , अगर इतनी ताक़त ना हो तो ज़बान से मना करदे , ये भी ना होसके तो कम
हज़रत अबू ज़र रज़ी अल्लाहो तआला अनहो को रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने जो नसीहतें फ़रमाई थीं इन में एक ये भी है कि अल्लाह के काम में किसी मलामत करने वाले की मलामत से ना डरो और हक़ बात कभी ना छोड़ो चाहे कितनी ही तल्ख़ क्यों ना ह
हज़रत अली करम ल्लाह वजह से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया अपने घर वालों को नसीहत करते रहा करो कि क़ुरआन मजीद की तिलावत करते रहें , मुझ से मुहब्बत करें और मेरे घर वालों से मुहब्बत करें । (मिशकत शरीफ़)
हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया रोटी के एक नेवाले की वजह से तीन आदमी जन्नत में भेज दिए जाते हैं , एक हुक्म देने वाला , दूसरा खाना पकाने वाला , तीसरा वो ख़ादिम जिस न
हज़रत अनस बिन मालिक रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया सदक़ा अल्लाह के ग़ज़ब को बुझाता है और इंसान को बुरी मौत से बचाता है । (तिरमिज़ी शरीफ़)
हज़रत उक़बा बिन आमिर रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया क़ियामत के दिन जब तक लोग हिसाब में मुबतला रहेंगे उस वक़्त तक सदक़े देने वाले अपने सदक़ा के साया में रहेंगे । (अहमद बिन ख़ुज़ैम
हज़रत अमर बिन औफ़ रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया सदक़ा मुस्लमान की उम्र को बढ़ाता है बुरी मौत से महफ़ूज़ रखता है और सदक़ा देने से किबर-ओ-फ़ख़र इंसान में पैदा नहीं होता । (तबरानी)
हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जो शख़्स इस तरह छुपा कर सदक़ा देता है कि सीधे हाथ की ख़बर बाएं हाथ को नहीं होती तो ये शख़्स क़ियामत में अर्श एलहाई के साया में हो
हज़रत अबूज़र रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो ने रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम से दरयाफ़त किया अफ़ज़ल सदक़ा किया है , इरशाद हुआ छुपा कर देना । (मस्नद अहमद)
हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया एक दिरहम एक लाख दिरहम से बढ़ गया किसी ने दरयाफ़त किया ये किस तरह ,
हज़रत अब्बू अय्यूब अंसारी रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया चार चीज़ें तमाम नबियों की सुन्नत में दाख़िल हैं , निकाह , मिस्वाक , हया और ख़ुशबू का इस्तिमाल। (तिरमिज़ी शरीफ़)
हज़रत अब्बू सईद बिन मुअल्ला रज़ी अल्लाहो तआला अन्होसे रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने एक सहाबी से फ़रमाया मैं तुम्हें एक सूरत सिखाता हूँ जो सवाब में तमाम सूरतों से बड़ी है फिर आप ने सूरा फ़ातिहा की तालीम की । (बुख़ा
हज़रत जाबिर रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जिस शख़्स ने कोई कुँआं खुदवाया और इस कुँवें से किसी प्यासे ने प्यास बुझाई तो ये कुँआं खुदवाने वाला बहुत बड़े अज्र का मुस्तहिक़ है और ज
रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया कि मैं शयातीन इनस-ओ-जिन को देख रहा हूँ कि वो उम्र रज़ी अल्लाह ताला (के डर) से भाग खड़े हुए हैं । (तिरमिज़ी शरीफ़ )
हज़रत अबदुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो फ़रमाते हैं कि हज़रत अली अकरम रज़ी अल्लाह वजह ने हज़रत उम्र रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो केलिए दुआये रहमत की और फ़रमाया आप के बाद कोई ऐसा शख़्स नहीं जो मुझे आप के बराबर महबूब हो कि व
हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया तुम से पहले लोगों यानी बनी इसराईल में ऐसे लोग भी हुवा करते थे जिन के साथ अल्लाह ताला की तरफ़ से कलाम फ़रमाया जाता था हालाँकि वो
हज़रत सहल बिन साद रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो और हज़रत सलमा बिन उक़्वा रज़ी अल्लाहो तआला अन्होसे रिवायत है जंग ख़ैबर में रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया कल में ये झंडा ज़रूर उस शख़्स को दूंगा जिस के हाथ पर अल्लाह ताला फ
हज़रत साद बिन अबी विक़ास रज़ी अल्लाहो तआला अन्होसे रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने हज़रत अली रज़ी अल्लाहो तआला अन्होसे फ़रमाया क्या तुम इस बात पर राज़ी नहीं कि मेरे साथ तुम्हारी वही निसबत हो जो हज़रत हारून को हज़
हज़रत इबन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने जब यौम आशूरा का रोज़ा रखा और इस दिन का रोज़ा रखने का हुक्म इरशाद फ़रमाया तो सहाबा किराम ने अर्ज़ क्या या रसूल अल्लाह (सल्लाहो अलैहि वसल्लम
हज़रत यअला बिन मर्राह रज़ी अल्लाहो तआला अन्होसे रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया हुसैन (रज़ी अल्लाह ताला अन्ना) मुझ से है और मैं हुसैन (रज़ी अल्लाह ताला अनहो) से हूँ , जिस ने हुसैन (रज़ी अल्लाह ताला अनहो) को दोस