हदीस शरीफ

हज़रत अबदुल्लाह बिन उम्र रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से किसी ने हालत –ए-एहराम में मक्खी मारने के बारे में पूछा था , हज़रत इबन उम्र ने फ़रमाया कि अहल इराक़ मक्खी मारने का हुक्म पूछते हैं और उन्हों ने रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम क

हदीस शरीफ

हज़रत इबन उम्र रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो का ब्यान है कि हज़रत अबू बकर सिद्दीक़ रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो ने फ़रमाया रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम की ख़ुशनुदी आप के अहल-ए-बैत की मुहब्बत में है । (बुख़ारी शरीफ़)

हदीस शरीफ

हज़रत अनस रज़ी अल्लाहो तआला अन्होसे रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया क़ियामत में जब अहले मह्शर से हिसाब-ओ-किताब लिया जा रहा होगा तो लोगों का एक ज़म्म-ए-ग़फ़ीर तलवारें कंधों पर रखे हुए जन्नत के दरवाज़े पर पहू

हदीस शरीफ

हज़रत जाबिर रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जिस शख़्स ने कोई कुँआं खुदवाया और इस कुँवें से किसी प्यासे ने प्यास बुझाई तो ये कुँआं खुदवाने वाला बहुत बड़े अज्र का मुस्तहिक़ है और ज

हदीस शरीफ

हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्होसे रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया मस्जिद में जमात केलिए जाने वाले का हर क़दम एक नेकी को जवाब देता है और एक गुनाह को मिटाता है । (इबन हबान)

हदीस शरीफ

हज़रत सय्यदना अली रज़ी अल्लाहो अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया हर नमाज़ के बाद आयत उल-कुर्सी पढ़ने वाला अगर दूसरी नमाज़ के वक़्त से पहले मर जाय तो जन्नत में जाएगा । (बीहक़ी)

हदीस शरीफ

हज़रत अनस रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया घर में नमाज़ पढ़ कर घरों को भी फ़ज़ीलत दो । (इबन ख़ुज़ैमा)

हदीस शरीफ

हज़रत अब्बू सईद बिन मुअल्ला रज़ी अल्लाहो तआला अन्होसे रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने एक सहाबी से फ़रमाया मैं तुम्हें एक सूरत सिखाता हूँ जो सवाब में तमाम सूरतों से बड़ी है फिर आप ने सूरा फ़ातिहा की तालीम की । (बुख़

हदीस शरीफ़

हज़रत अबदुल्लाह बिन उम्र रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जिस ने ख़तरा के मौक़ा पर मुजाहिदीन की पासबानी की ये रात शब-ए- क़दर से बेहतर है । (हाकिम )

हदीस शरीफ

हज़रत अब्बू सईद ख़दरी रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया अल्लाह तआला के कलाम की फ़ज़ीलत तमाम कलामों पर ऐसी है जैसे अल्लाह तआला की अज़मत-ओ-बुजु़र्गी उस के बंदों पर है । तिरमिज़ी शरी

हदीस शरीफ

हज़रत अब्बू अय्यूब अंसारी रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया चार चीज़ें तमाम नबियों की सुन्नत में दाख़िल हैं , निकाह , मिस्वाक , हया और ख़ुशबू का इस्तिमाल। (तिरमिज़ी शरीफ़)

हदीस शरीफ

हज़रत मआवीया बिन उबैद रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया तीन आँखें क़ियामत में आग से बिलकुल महफ़ूज़ रहेंगी (१) जिस ने मुजाहिदीन के लश्कर की हिफ़ाज़त की (२) ख़ौफ़ ख़ुदा से रोने वाली आँ

हदीस शरीफ

हज़रत उबादा बिन सामित रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया तुम मेरे लिए छः बातों की ज़मानत दे दो मैं तुम्हारे लिए जन्नत की ज़मानत देने तैय्यार हूँ , जब बात करो तो सच्च बोलो , जब वाअदा कर

हदीस शरीफ

हज़रत अनस बिन मालिक रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया शौहर के ख़फ़ा होने पर जो औरत शौहर से कहती है जब तक आप राज़ी ना होंगे में ना सोउ गी ये मेरा हाथ आप के हाथ में है तो ऐसी औरत जन्नती ह

हदीस शरीफ

हज़रत आईशा सिद्दीक़ा रज़ी अल्लाहो तआला अनहा से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया जब औरत अपने शौहर की इजाज़त से इस के माल से ख़ैरात करती है तो औरत को ख़ैरात करने का अज्र मिलता है और शौहर को कमाने का सवाब मिलता ह

हदीस शरीफ

हज़रत अबदुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया जिस शख़्स को चार चीज़ें हासिल होगी उस को दुनिया और आख़िरत की भलाई मिल गई , शुक्र गुज़ार क़लब , वो ज़बान जो हमेशा ज़िक्र

हदीस शरीफ

हज़रत मिक़दाद रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया बेहतर से बेहतर और अच्छे से अच्छा खाना इंसान केलिए ये है कि अपने हाथ से कमाकर खाए , हज़रत दाउद अलैहिस्सलाम अपने हाथ से काम करके खाया कर

हदीस शरीफ

हज़रत मआज़ बिन जबल रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो अर्ज़ गुज़ार हुए मुझे कुछ नसीहत फ़रमाईए , रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया अपने दिन में ख़ुलूस पैदा कर थोड़ा सा अमल भी काफ़ी होजाएगा । (हाकिम )

हदीस शरीफ

हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया अल्लाह तआला तुम्हारी सूरतों को और तुम्हारे जिस्मों को नहीं देखता बल्कि अल्लाह तआला तुम्हारे क़ुलूब (दिल) को देखता है । (मुस्ल

हदीस शरीफ

हज़रत अबदुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल ल्लाहो सल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया अगर किसी ने नेकी की नीयत की और नेकी की नहीं तब भी एक नेकी लिख दी गई । (बुख़ारी शरीफ़ )