हदीस शरीफ

हज़रत अनस बिन मालिक रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल लल्लाहो सल्ललाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जो शख़्स अल्लाह केलिए मस्जिद तामीर करता है तो उस का घर जन्नत में होगा । (तिरमिज़ी शरीफ़ )

हदीस शरीफ

हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल लल्लाहो सल्ललाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया तक़वा और परहेज़गारी इख़तियार करो सब से ज़्यादा इबादतगुज़ार जाओगे गे । (इबन माजा )

हदीस शरीफ

हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत करते हैं रसूल लल्लाहो सल्ललाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया क़नाअत करो सब से ज़्यादा शुक्र गुज़ार जाओगे । (इबन माजा )

हदीस शरीफ़

हज़रत काब बिन अजरा रज़ी अल्लाह तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाह अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया अपने लिए , अपनी औलाद केलिए , अपने माँबाप केलिए कमाना अल्लाह ताला की ख़ुशनुदी का मूजिब है , रिया और बड़ाई ज़ाहिर करने के लिए कमाना शैतान क

हदीस शरीफ़

हज़रत अमरो बिन उल्लास रज़ी अल्लाह तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाह अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया इस्लाम लाने से पहले के तमाम गुनाह माफ़ करदिए जाते हैं दारुलकुफ़र से दारुल इस्सलाम की तरफ़ हिज्रत करना तमाम गुनाहों को मिटा देता है

हदीस शरीफ़

हज़रत मआज़ बिन जबल रज़ी अल्लाह तआला अन्हो अर्ज़ गुज़ार हुए मुझे कुछ नसीहत फ़रमाईए , रसूल अल्लाह सल्ललाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया अपने दिन में ख़ुलूस पैदा कर थोड़ा सा अमल भी काफ़ी होजाएगा । (हाकिम )

हीस शरीफ

हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाह तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्ललाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया मेहमान की तौक़ीर और इज़्ज़त करो पक्के मुस्लमान होजाउगे । (इबन माजा )

हदीस शरीफ

हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फ़रमाया मेहमान की तौक़ीर और इज़्ज़त करो पक्के मुस्लमान होजाओ गे । (इबन माजा )

हदीस शरीफ़

हज़रत आईशा सिद्दीक़ा रज़ी अल्लाह ताला अनहा से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाह अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जो शख़्स दिन भर अपने हाथ की मेहनत के बाइस शाम को थक गया तो इस ने ऐसी हालत में शामिल की कि इस की मग़फ़िरत करदी जाती है । (इबन माजा )

हदीस शरीफ़

हज़रत अबदुल्लाह बिन उम्र रज़ी अल्लाह तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाह अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया अल्लाह मेहनत मज़दूरी करने वाले पेशावर मुस्लमान को बहुत पसंद करता है । (तबरानी )

हदीस शरीफ़

हज़रत अब्बू हुरैरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया बहुत कम हंसा करो क्योंकि ज़्यादा हंसी दिल के मुर्दा होने की वजह बन जाती है । (इबन माजा

हदीस शरीफ़

हज़रत अबदुल्लाह बिन उम्र रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम से पूछा गया कि कौनसी कमाई अफ़ज़ल है इरशाद हुआ अपने हाथ से काम करना या तिजारत करके कमाना । (तबरानी, बीक़ही , हाकिम )

हदीस शरीफ़

हज़रत काब बिन अजरा रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया अपने लिए , अपनी औलाद केलिए , अपने माँबाप केलिए कमाना अल्लाह ताला की ख़ुशनुदी का मूजिब है , रिया और बड़ाई ज़ाहिर करने के लिए कमाना शैतान

हदीस शरीफ़

हज़रत अबदुल्लाह बिन उम्र रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जिस ने ख़तरा के मौक़ा पर मुजाहिदीन की पासबानी की ये रात शब-ए- क़दर से बेहतर है । (हाकिम )

हदीस शरीफ़

हज़रत अबदुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया दो आँखों को दोज़ख़ की आग छू नहीं सकती , एक वो आँख जो अल्लाह के ख़ौफ़ से रोने वाली है , दूसरी वो आँख जो मुजाहिदीन की हिफ़ाज़त में रात

हदीस शरीफ़

हज़रत अबदुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाह तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया हज्र-ए-असवद क़ियामत में इन लोगों केलिए गवाह होगा जिन्हों ने इस को हक़ और ख़ुलूस के साथ बोसा दिया और हाथ लगाया । (तिरमिज़ी शरीफ़

हदीस शरीफ़

हज़रत अबूहुरैरा रज़ी अल्लाह ताला अनहो से रिवायत है रसूल अल्लाह स0 अ0 व्0 ने फ़रमाया जिस शख़्स ने लोगों को किसी भले काम की तरफ़ बुलाया तो वो क़ियामत में अपनी तब्लीग़ के मुवाफ़िक़ हाज़िर होगा। चाहे इस ने एक ही शख़्स को तब्लीग़ क्यों ना की हो। (इबन

हदीस शरीफ़

हज़रत अबदुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जो इस घर (बैतुल्लाह) में दाख़िल हुआ वो नेकियों में दाख़िल हुआ जो इस घर से निकला वो गुनाहों से पाक होकर निकला । (इबन ख़ुज़ैमा )

हदीस शरीफ़

हज़रत अबदुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाहो अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया जो इस घर (बैतुल्लाह) में दाख़िल हुआ वो नेकियों में दाख़िल हुआ जो इस घर से निकला वो गुनाहों से पाक होकर निकला । (इबन ख़ुज़ैमा )

हदीस शरीफ़

हज़रत अबदुल्लाह बिन अब्बास रज़ी अल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है रसूल अल्लाहो सल्लाह अलैहि वसल्लम ने फ़रमाया एक उमरा से दूसरे उमरा तक के दरमयान तमाम गुनाह माफ़ करदीजीए जाते हैं , हज्ज-ए-मबरूर ( नेकियों वाला हज) की जज़ा सिवाए जन्नत के कुछ