गुलबर्गा में उर्स शरीफ़ के मौके पर अताए ख़िलाफ़त
मौलाना डक्टर सयद मुहम्मद शाह गेसू दराज़ ख़ुसरो हुसैनी सज्जादा नशीन बारगाह ख़्वाजा बंदा नवाज़ ने अपने फ़र्ज़ंद उनको इजाज़त-ओ-ख़िलाफ़त के साथ तक़र्रुर जानशीन का फैसला किया है।
मौलाना डक्टर सयद मुहम्मद शाह गेसू दराज़ ख़ुसरो हुसैनी सज्जादा नशीन बारगाह ख़्वाजा बंदा नवाज़ ने अपने फ़र्ज़ंद उनको इजाज़त-ओ-ख़िलाफ़त के साथ तक़र्रुर जानशीन का फैसला किया है।
बेशक पहला (इबादतखाना जू बनाया गया लोगों के लिए वही है जो मक्का में है बड़ा बरकत वाला हिदायत (का सरचश्मा) है सब जहानों के लिए। (सूरा आल इमरान।९६)
हज़रत साद ररज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत हैके रसूल क्रीम (स०) ने फ़रमाया यक़ीनन अल्लाह ताआला इस बंदा को बहुत पसंद फ़रमाता है, जो मुत्तक़ी-ओ-ग़नी और गोशता नशीन हो। (मुस्लिम)
मक्का मुकर्रमा में हैदराबादी रबात में आंध्र प्रदेश के आज़मीने हज के क़ियाम का मसअला अभी भी तात्तुल का शिकार है जिस के बाइस आज़मीन में तशवीश पाई जाती है। सेंट्रल हज कमेटी और नाज़िर रबात के दरमयान आज़मीने हज के इंतिख़ाब के बारे में
हज़रत अबूहुरैरा रज़ी अल्लाहु तआला अनहु से रिवायत हैके रसूल क्रीम (स०)ने फ़रमाया हर चीज़ के लिए हिर्स-ओ-ज़्यादती है और फिर हर हिर्स-ओ-ज़्यादती के लिए सुस्ती-ओ-सबकी है। पस अगर अमल करने वाले ने मियानारवी से काम
हज सीज़न 2013 के सिलसिले में रियास्ती हज कमेटी की जानिब से 23 सितंबर को हज कैंप का आग़ाज़ होगा। एग्जीक्यूटिव ऑफीसर हज कमेटी एम ए हमीद ने बताया कि 25सितंबर से आंध्र प्रदेश के आज़मीने हज की परवाज़ों का आग़ाज़ होगा लिहाज़ा अज़ला के आज़मी
हज रक़म की दूसरी और आख़िरी क़िस्त के इदख़ाल की आख़िरी तारीख में 5 अगस्त 2013 तक तौसीअ करदी गई । आज़मीन हज 5 अगस्त तक अदाएगी कर सकते हैं ।जनाब सय्यद खलील उद्दीन अहमद सदर नशीन-ओ-जनाब अबदुल हमीद ऐगज़ीक्यूटिव ऑफीसर ए पी रियासती हज कमेटी ने
हरम शरीफ़ में अल्लाह के मेहमानों को गर्मी की शिद्दत से महफ़ूज़ रखने के लिए सऊदी हुकूमत ने ख़ास फ़र्श बिछाने का काम शुरू किया है।
हिन्दुस्तान एक बिज़नस नेटवर्क की शुरूआत का मंसूबा रखता है ताकि सऊदी अरब के साथ कारोबार और तिजारत, सरमायाकारी, बिज़नस से बिज़नस ताल मेल और तबादलों को फ़रोग़ दिया जा सके।
मस्जिद नबवी सल्लाह अलैहि वसल्लम पर सेक्योरिटी और मुक़ाम मुक़द्दस की सफ़ाई पर मामूर रज़ाकारों के साथ साथ महकमा अमर बिलमारुफ़ व नही अन अल्मुंकिर के उल्मा की बड़ी तादाद भी ज़ाइरीन की दीनी रहनुमाई में हुमातन मसरूफ़ है।
रमज़ान उल-मुबारक में तोप के गोलों की घन गरज से तक़रीबन पूरी अरब दुनिया में वक़्त इफ़तार का इज़हार होता है।
शहर के अहम कुतुब फ़रोशों का कहना है कि पेन रीडिंग क़ुरआन के कई मॉडल्स हैं और इस के ताज़ा तरीन मॉडल में पेन में ही स्क्रीन नसब किया गया है । इन पन रीडिंग क़ुरआन 2800 से लेकर 5000 रुपये तक हैं ।
रमज़ानुल मुबारक रहमतों मग़फ़िरतों , नेअमतों और बरकतों वाला महीना है । खासतौर पर रमज़ानुल मुबारक के दौरान क़ुरआन मजीद की समाअत का ख़ुसूसी तौर पर एहतिमाम किया जाता है । अक्सर लोगों का ये उज़्र होता है कि वो क़ुरआन नहीं पढ़ सकते ।
नई दिल्ली 20 जुलाई: शाही इमाम मस्जिद फ़तह पूरी दिल्ली मुफ़्ती मुहम्मद मुकर्रम अहमद ने आज जुमा की नमाज़ से क़बल ख़िताब में कहा कि माह रमज़ान उल-मुबारक में रसूल मुकर्रम बहुत ज़्यादा मेहरबान होते थे
नई दिल्ली 20 जुलाई: शाही इमाम मस्जिद फ़तह पूरी दिल्ली मुफ़्ती मुहम्मद मुकर्रम अहमद ने आज जुमा की नमाज़ से क़बल ख़िताब में कहा कि माह रमज़ान उल-मुबारक में रसूल मुकर्रम बहुत ज़्यादा मेहरबान होते थे
जिद्दाह 16 जुलाई ( एजेंसीज़ )मक्का मुअज़्ज़मा के ओहदेदारों ने आज़मीन की जानिब से हुजूम के वक़्त मताफ़ केलिए माज़ूरों की कुर्सी इस्तिमाल करने पर इमतिना (पाबंदी)आइद कर दिया है । लेफ्टिनेंट यहया बिन मसाइद अल ज़ुहरानी कमांडर मक्का मु
थिरुअनंतपुरम पुरम 16 जुलाई : केरल का मल्लापुरम ज़िला जहां मुसलमानों की अक्सरियत है, 4 अगस्त को मुल्क के हर ख़ास-ओ-आम की तवज्जो का मर्कज़ होगा।
मदीना मुनव्वरा, 14 जुलाई : ( सियासत ऑनलाइन ) : हज-ओ-उमरा के मौक़े पर हर साल दुनिया भर के लाखों मुसलमान रोशनियों के शहर मदीना मुनव्वरा का सफ़र भी किया करते हैं लेकिन बहुत ही कम लोग इस हक़ीक़त से वाक़िफ़ हैं कि मदीना मुनव्वरा क़ुरानी अहका
हज़रत अबूज़र रज़ी अल्लाहु तआला अनहु कहते हैंके मेरे ख़लील (हुज़ूर नबी करीम स०) ने मुझ को सात बातों का हुक्म दिया है।
चुनांचे आप(स०)ने एक हुक्म तो ये दिया कि में फ़िक़रा-ओ- मसाकीन से मुहब्बत करूं और उनसे क़ुरबत रखों।