हैदराबाद । ०६। सितंबर : ( सियासत न्यूज़ ) : आंधरा प्रदेश रियास्ती हज कमेटी केतवस्सुत से रवाना होने वाले आज़मीन-ए-हज्ज के लिए हज हाइज़ के क़रीब वाक़्य ज़र-ए-तामीर शादी ख़ाना में रिहायश के इंतिज़ामात किए जाऐंगे । आंधरा प्रदेश हज कमेटी ज़राएके बमूजब आज़मीन-ए-हज्ज को होने वाली जगह की तंगी के पेशे नज़र शहर के एकमारूफ़ ताजिर के शादी ख़ाना को हासिल करते हुए इस में आज़मीन-ए-हज्ज के क़ियाम के इंतिज़ामात का फ़ैसला किया जा चुका है और इस सिलसिला में शादी ख़ाना के मालिक से इजाज़त भी हासिल होजाने की इत्तिलाआत हैं ।
बताया जाता है कि हज हाइज़ की इमारत के मुख़्तलिफ़ हिस्सों को मुख़्तलिफ़ इदारों-ओ-तंज़ीमों के हवाले करदिए जाने के सबब हजहाइज़ की इमारत आज़मीन-ए-हज्ज के क़ियाम के लिए नाकाफ़ी साबित होगी । हज कमेटी और आंधरा प्रदेश वक़्फ़ बोर्ड किराया पर दीए गए इदारों को हज हाइज़ से बाहर करते हुए आज़मीन-ए-हज्ज की रिहायश के इक़दामात के बजाय आज़मीन-ए-हज्ज को हज हाइज़ से बाहर करने के अमली इक़दामात कर चुके हैं ।
हज हाइज़ की इमारत की मिल्कियत कातनाज़ा हल करने के बजाय दोनों इदारे उस तनाज़ा को मज़ीद उलझाते हुए हालात कोपेचीदा बनाने की कोशिश कररहे हैं । बावसूक़ ज़राए से मौसूला इत्तिलाआत के बमूजब आज़मीन-ए-हज्ज के क़ियाम के लिए सड़क की दूसरी जानिब वाक़्य ज़र-ए-तामीर शादी ख़ाना में आज़मीन को क़ियाम की इजाज़त देने पर शादी ख़ाना के ज़िम्मा दारान ने रजामंदीज़ाहिर कर दी है ।
हज कमेटी के एक ज़िम्मेदार ओहदेदार ने नाम काइज़हार ना करने की शर्त पर बताया कि नए हज हाइज़ की तामीर के लिए वक़्फ़ बोर्ड सिर्फ इस शर्त पर अराज़ीफ़राहम करने तैय्यार है जब हज कमेटी मौजूदा हज हाइज़ में वाक़्य अपने दफ़्तर का भीतख़लिया करने पर आमादगी ज़ाहिर करे ।
इस ओहदेदार ने बताया कि हज कमेटी के ज़िम्मेदार बलाचों-ओ-चरा हज हाइज़ पर अपने हक़ मिल्कियत से दस्तबरदार होने की तैय्यारी में मसरूफ़ हैं और ऐसा महसूस होता है कि इसी सिलसिला की कड़ी के तौर पर आज़मीन-ए-हज्ज के लिए हज हाइज़ के बैरूनी हिस्सा में क़ियाम के इंतिज़ामात क़तईयत पा रहे हैं ।
हज कमेटी ज़राए के बमूजब हज कमेटी की जानिब से हज हाइज़ के हक़ मिल्कियत से दसतबरदारी की सूरत में आंधरा प्रदेश रियास्ती हज कमेटी का दफ़्तर भी शहर से बाहर कर दिया जाएगा ।।