मोबाइल टॉयलेट खरीदेगा रांची मुंसिपल कॉर्पोरेशन

रांची मुंसिपल कॉर्पोरेशन पांच मोबाइल टॉयलेट खरीदेगा। शहर में मेला व सियासी प्रोग्राम के इंकाद मुकाम पर इनका इस्तेमाल योग किया जायेगा। देखा गया है कि इंकाद मुकाम के नज़दिक बाइतुल खुला की निजाम नहीं रहने पर लोग गंदगी फैला देते हैं

मेरी कलम के साथ ही शुरू होती है मेरी सोच: गुलज़ार

कोलकाता: गुजश्ता पचास 50 सालो से भी ज्यादा शायरी और फिल्मी गीत लिख रहे गुलज़ार वैसे तो जदीद नस्ल के साथ तालमेल बैठाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उनका कहना है कि वह कलम से कागज पर लिखने की अपनी पुरानी आदत को नहीं बदल सकते.

whatsapp पर सऊदी मर्द की तौहीन ख़ातून को 70कोड़ों की सज़ा

एक 32साला ख़ातून को 70कोड़े मारे जाऐंगे और इसे 5332अमरीकी डॉलर्स बतौर जुर्माना अदा करना होगा। क्योंकि इस ने फ़ौरी पैग़ामात की तरसील के ज़राए को इस्तेमाल करते हुए एक सऊदी मर्द को बदनाम किया था। अदालत-ए-फ़ौजदारी मशरिक़ी सऊदी अरब ने ख़ातून को शि

बनना चाहते हैं कंप्यूटर असातिज़ा तो 27 से करें दरख्वास्त

रियासत के 400 हाइ मिडिल स्कूलों में कंप्यूटर असातिज़ा तकर्रुरी किए जाएंगे। पीर को तालीम महकमा ने जिलावार खाली ओहदे की फेहरिस्त जारी कर दी। पटना जिला के 10, मुजफ्फरपुर के 18 और भागलपुर के 34 हाइ मिडिल स्कूलों में कंप्यूटर असातिज़ा की तकर्

लालू के गांव में लड़कियां ना तो जींस पहनेंगी और ना मोबाइल इस्तेमाल करेंगी

लालू प्रसाद यादव के गांव में स्कूल-कालेज की स्टुडेंट्स ना तो मोबाइल रख सकेंगी और ना ही जींस पहन सकेंगी। फुलवरिया की पंचायत ने लड़कियों के वालिदैन को यह फरमान सुनाया है।

उर्दू शायर कृष्णा स्वामी सिकंदराबादी आलमी क़ाइदीन से रवाबित में सब से आगे

हमारे शहर हैदराबाद में कई ऐसी शख्सियतें हैं जिन की ग़ैर मामूली सलाहीयतों के बाइस ना सिर्फ़ हिंदुस्तान बल्कि दुनिया भर में उन्हें क़दर की निगाह से देखा जाता है।हैदराबादीयों की सब से अहम ख़ूबी ये हैकि उन्हें मुहब्बत की ज़बान उर्दू (मी

हैदराबाद जो कल था …शाद बानो अहमद

मुहतरमा शाद बानो अपने दौर की मशहूर शख़्सियत, हैदराबाद रियासत के वज़ीर-ए-आज़म महाराजा किशन प्रशाद की नवासी और हैदराबाद के पहले बैन-उल-अक़वामी हवाबाज़ बाबर मिर्ज़ा की दुख़तर हैं। उनके वालिद ने हब्शीगुड़ा में शहर का पहला एरोक्लब शुरू किय

हैदराबाद जो कल था

हैदराबाद जो कल था के सिलसिले में अब तक जिन शख़्सियातों से मुलाक़ातें की गई हैं इनमें कई बुज़ुर्ग और काबिल-ए-क़दर हस्तियां शामिल हैं। क़दीम हैदराबाद की समाजी ज़िंदगी, ख़ुशहाली, तामीरी सरगर्मियां, सहाफ़त, भाई चारा, तालीमी तरक़्क़ी, सियास

हैदराबाद जो कल था- बी. पी. आर विट्ठल

सीनियर आई ए एस ओहदेदार बी पी आर विट्ठल का शुमार उन शख़्सियतों में होता है, जिन्होंने सुकूत-ए-हैदराबाद से पहले और बाद के हैदराबाद को क़रीब से देखा है। निज़ाम की हुक्मरानी के बाद हैदराबाद रियासत और बाद में आंध्रा प्रदेश में हुक्मरानी क

whatsapp पर इस्लाम मुखालिफ मैसेज अपलोड, केस दर्ज

उत्तर प्रदेश के सम्भल में मोबाइल सोशल नेटवर्किंग एप्लीकेशन व्हाट्सऐप पर पैगम्बर हजरत मुहम्मद ( सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ) और इस्लाम के बारे में काबिल ऐतराज़ पैगाम डाले जाने के इल्ज़ाम में मुकदमा दर्ज किया गया है।

हैदराबाद जो कल था…सय्यद तुराबुल हसन

साबिक़ आई ए एस ओहदेदार तुराब उल-हसन साहब हैदराबाद के एक मशहूर-ओ-मुअज़्ज़िज़ ख़ानदान से ताल्लुक़ रखते हैं। एक ओहदेदार के तौर पर उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख़्तलिफ़ शोबों में नुमायां ख़िदमात अंजाम दी हैं। गुज़िशता साठ , सत्तर बरसों में बदल

हैदराबाद जो कल था

हैदराबाद की तरक़्क़ी में जिन शख़्सियतों का ख़ास रोल रहा है, उन में हुकमरानों के साथ – साथ हुक्काम के तौर पर मुख़्तलिफ़ ओहदों पर काम करने वालों की नुमायां ख़िदमात से भी इनकार नहीं किया जा सकता – चाहे वो सुकूते हैदराबाद से पहले हों या बाद म

Facebook ने दी देशी छोरे को गोरी मेम

प्यार और जोडियां रब बनाता है। फिर चाहे उसे दो प्यार करने वालों को मिलाने के लिए कितनी भी मुश्किलों से गुजारना पडे। ऐसी ही एक कहानी है, हरियाणा के देशी छोरे और अमेरिका की गोरी मेम की, जो फेसबुक के ज़रिये एक-दूसरे के राबिते में आए। दोनो

तबलानवाज़ नजमुद्दीन जावेद को टॉप ग्रेड

फ़न में कामयाबी की मज़िलो पर आगे बढ़ने के लिए हौसला अफ़ज़ाई ज़रूरी है और जब क़ाबिल शख्त की सही हौसलाअफ़ज़ाई होती है तो इसका फ़ायदा फ़न को भी होता है और फनकार रहा को भी। नजमुद्दीन जावेद शहर के पसंदीदा तबला नवाज़ हैं, जिन्हें ऑल इंडिया रेडियो ने

एक बा हिजाब मेहनती लड़की ..

मेहनत कभी रायगां नहीं जाती। कहानी एक ऐसी लड़की की है जो काम चोर आरामपसंद नौजवानों के लिए एक सबक़ है। शहर के एन टी आर नगर में एक पान की दुकान हर किसी की तवज्जे की मर्कज़ बनी रहती है और वहां ग्राहकों की कसीर तादाद मौजूद रहती है। इस पान के

जलसा फ़ैज़ान ग़ौस आज़म

हैदराबाद 21 अप्रैल : ( रास्त ) : अलगीलानी आलमी सोसाइटी के ज़ेर-ए-एहतिमाम 302 वां माहाना जलसा फ़ैज़ान हज़रत सय्यदना ग़ौस आज़म 19 अप्रैल जुमा बाद नमाज़ मग़रिब उर्दू घर मुग़ल पूरा में मुनाक़िद होगा ।

जलसा फ़ैज़ान ग़ौस आज़म

हैदराबाद 21 अप्रैल : ( रास्त ) : अलगीलानी आलमी सोसाइटी के ज़ेर-ए-एहतिमाम 302 वां माहाना जलसा फ़ैज़ान हज़रत सय्यदना ग़ौस आज़म 19 अप्रैल जुमा बाद नमाज़ मग़रिब उर्दू घर मुग़ल पूरा में मुनाक़िद होगा ।