हैदराबाद०४ सितंबर (सियासत न्यूज़) बी जे पी के क़ौमी क़ाइद राज नाथ सिंह ने इन डी ए दौर-ए-हकूमत में तेलंगाना तशकील की राह में तेलगु देशम को अहम रुकावट क़रार दिया। उन्हों ने कहा कि इन डी ए हुकूमत चार नई रियास्तों की तशकील के हक़ में थी लेकिन तेलगु देशम की मुख़ालिफ़त के बाइस तेलंगाना रियासत की तशकील के फ़ैसले को टालना पड़ा क्योंकि इन डी ए को तेलगु देशम की ताईद हासिल थी।
राज नाथ सिंह आज नई दिल्ली में तेलंगाना रियासत की तशकील के मसला पर बी जे पी के रियास्ती सदर किशन रेड्डी की तीन रोज़ा भूक हड़ताल का आग़ाज़ कर रहे थी। उन्हों ने कहा कि इन डी ए ने छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तराखंड और तेलंगाना की तशकील का फ़ैसला किया था लेकिन सिर्फ तीन नई रियास्तें तशकील दी जा सकें। उन्हों ने बताया कि बी जे पी रियास्तों की तशकील जदीद से मुताल्लिक़ कमीशन के क़ियाम के हक़ में है लेकिन ये कमीशन तेलंगाना की तशकील के बाद क़ायम किया जाना चाआई। यही वजह है कि हुकूमत चार रियास्तों की एक साथ तशकील के हक़ में थी।
उन्हों ने बताया कि बी जे पी अलैहदा तेलंगाना सेमुताल्लिक़ अवामी मुतालिबा को हर तरह से जायज़ मानती है क्योंकि तेलंगाना पसमांदगी का शिकार ही। राज नाथ सिंह ने कहा कि अगर बी जे पी मर्कज़ में दुबारा बरसर-ए-इक़तिदार आएगी तो अंदरून एक साल तेलंगाना रियासत का मुतालिबा हक़ीक़त में तब्दील हो जाएगा।
उन्हों ने कहा कि हिन्दी बोलने वालों की कई रियास्तें होसकती हैं तो तलगोअवाम की दो रियास्तें क्यों नहीं होसकतीं। राज नाथ सिंह ने यक़ीन ज़ाहिर किया कि तेलंगाना रियासत की तशकील यक़ीनी है और अवाम के जोश-ओ-ख़ुरोश को देख कर वो यक़ीनी तौर पर कह सकते हैं कोई भी ताक़त अब तेलंगाना की तशकील को रोक नहीं पाएगी।
2006ए- में बी जे पी के क़ौमी सदर की हैसियत से हैदराबाद में उन्हों ने ऐलान किया था कि 2009-ए-में इन डी ए दुबारा बरसर-ए-इक़तिदार आने की सूरत में तेलंगाना रियासत की तशकील के वाअदा को पूरा किया जाएगा, लेकिन पार्टी इक़तिदार में नहीं आ सकी। उन्हों ने तशकील तेलंगाना के बारे में कांग्रेस के रवैय्ये को तन्क़ीद का निशाना बनाया।