हैदराबाद फरवरी: (सियासत न्यूज़) सदर नशीन रियास्ती बीस नकाती मआशी प्रोग्राम अमल आवरी कमेटी डाक्टर एन तुलसी रेड्डी ने कहा कि कांग्रेस हुकूमत में ही किसानों को काफ़ी फ़ायदे हुए हैं जबकि साबिक़ तेलगुदेशम हुकूमत में किसान नुक़्सानात से ही दो-चार रही। लिहाज़ा इस सिलसिला में बरसर-ए-आम मुबाहिस के लिए तेलगुदेशम क़ाइदीन को चैलेंज किया।
आज यहां सकरीटरीट में मीडीया प्वाईंट पर अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए डाक्टर तुलसी रेड्डी ने कहा कि जब मिस्टर चंद्रा बाबू नायडू बरसर-ए-इक़तिदार थे तब उन्हों ने किसानों के लिए हुए क़र्ज़ का सूद तक माफ़ नहीं किए थे लेकिन आज इक़तिदार की हवस में किसानों के तमाम क़र्ज़ा जात माफ़ करने का मौकापरस्त बयान देर है हैं।
जब मिस्टर चंद्रा बाबू नायडू चीफ़ मिनिस्टर थे तब किसान कर्ज़ों के जाल में फंस गए थे और ख़ुदकुशियों के हक़ायक़ को भी हरगिज़ नजरअंदाज़ नहीं किया जा सकेगा और कांग्रेस के बरसर-ए-इक़तिदार आने के साथ किसानों को हिम्मत दिलाते हुए मुख़्तसर मुद्दत में ही किसानों की फ़लाह-ओ-बहबूद के लिए दिए गए इक़दामात से कांग्रेस हुकूमत को मवाक़िफ़ किसान हुकूमत कहलाने का एज़ाज़ हासिल हुआ।
उन्हों ने कहा कि कांग्रेस हुकूमत ने किसानों के लिए क़र्ज़ हासिल करने पर आइद किए जाने वाले 25 पैसे सूद के इव्ज़ 200 करोड़ रुपय के सूद का बोझ भी बर्दाश्त करने के लिए हुकूमत तैय्यार है जबकि हालिया दिनों में पेश आए तूफ़ान के बाइस हुए नुक़्सानात पर किसानों को राहत बहम पहूँचाने के लिए जुमला 330 करोड़ रुपय सूद की रक़म माफ़ कर चुकी है।
जारीया साल किसानों को 21.18 लाख कनटल सब्सीडी तुख़्म सरबराह किए गई। डाक्टर तुलसी रेड्डी ने कहा कि किसानों को सिर्फ़ इस एक साल में ही 84.55 लाख मैट्रिक टन ज़रई खाद की फ़राहमी के लिए हुकूमत को 9222 करोड़ रुपय सब्सीडी बर्दाश्त करनी पड़ी।