बर्क़ी बिलों की रक़म में बेतहाशा इज़ाफ़ा , अवाम हैरान-ओ-परेशान

हैदराबाद १‍१ नवंबर : मुहम्मद मुज़फ़्फ़र अली ख़ां इंचार्ज हलक़ा मुलक पेट तलगो देशम ने अपने बयान में कहा कि माह नवंबर की बर्क़ी बिलों की रक़म में बेतहाशा और नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त इज़ाफ़ा कर दिया गया । ये इज़ाफ़ा माह मई में जुलाई गई बर्क़ी बिल की यूनिट्स के हिसाब से किया गया है और ये रक़म माहाना बिल की रक़म से अलहदा दर्ज है ।

दरयाफ़त(जांच‌) करने पर ये कहा गया कि माह मई में जो बर्क़ी स्पलाई की गई थी वो ख़रीद कर स्पलाई की गई थी उसकी ज़ाइद रक़म 05 माह बाद नवंबर बिल से वसूल की जा रही है और ये ज़ाइद रक़म हर सारिफ़ को हर हाल में अदा करना लाज़िमी है । कांग्रेस हुकूमत अवाम को बेवक़ूफ़ बना कर लूट रही है पहले ही कमर तोड़ गिरानी से अवाम का जीना मुश्किल हो गया है इस पर सितम बालाए सितम के मिस्दाक़ बर्क़ी बलज़ के ज़रीया 300 ता 600 रुपय की रक़म की वसूली अवाम पर बोझ के मुमासिल ही।

अवाम की मेहनत की कमाई पकवान गैस , बर्क़ी बलज़ , आ बरसानी बिल डीज़ल और पैट्रोल और मकानों के किरायों-ओ-बच्चों की तालीमी फ़ीस-ओ-ट्रांसपोर्ट चार्जस की नज़र हो जा रही है । दीगर अख़राजा(खर्चे)त के लिए अवाम के पास रक़म बच नहीं रही है । हुकूमत दोनों हाथों से गै़रक़ानूनी-ओ-ग़ैर उसूली तौर पर भोली भाली अवाम को लूट रही है । इन का ख़ून चूस रही है हुकूमत और गिरानी ने अवाम का जीना हराम कर दिया है ।