शान रसालतऐ में तौहीन नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त

हैदराबाद ।१८। सितंबर : अमरीका में तैय्यार करदा फ़िल्म जिस में मुबय्यना तौर पर शान रसालतऐ मैं रक़ीक़ तौहीन की गई है जिस को देख कर कोई मुस्लमान अपने जज़बात को क़ाबू में नहीं रख सकता । दरहक़ीक़त मुस्लिम जज़बात को बरअंगेख़्ता करने के लिए ये रक़ीक़ क़दम उठाया गया है ।

अगर किसी शरीफ़ आदमी के मुंह पर इस के वालिद बुजु़र्गवार को गाली दी जाय तो वो बर्दाश्त नहीं करसकता भला मुस्लमान जिस ज़ात गिरामी क़दर को अपनी जान से ज़्यादा अज़ीज़ रखता है और दिन रात जिस का कलिमा पढ़ता है इस की शान में गुस्ताख़ी की जाय तो अपने जज़बात को कैसे क़ाबू में रख सकता है ।

हुकूमत को चाहीए कि मुस्लमानों के जज़बात का इमतिहान ना ले और इस की तशहीर पर मुल्क भर में पाबंदी आइद करे । और क़ानूनी दायरा में रहते हुए तमाम मुस्लमानों का फ़रीज़ा बनता है कि वो अपने ख़्यालात से हुकूमत को वाक़िफ़ करवाए मुल़्क की पार्लीमैंट और रियास्ती असैंबली में फ़िल्म के ख़िलाफ़ क़रारदाद मंज़ूर करवाने की ज़रूरत है और मुल्की सतह पर फ़िल्म की मुज़म्मत की जानी चाहिए और फ़िल्म के प्रोडयूसर से लेकर तमाम कारिंदों को सज़ा का मुस्तहिक़ क़रार दिया जाय अमरीकी हुकूमत पर दबाॶ बढ़ाने की ज़रूरत है ताकि इस क़िस्म ग़लती दुबारा ना दुहराई जाय ।

इस फ़िल्म की ख़बर आम होते ही शहर के तमाम हलक़ों में गुम-ओ-ग़ुस्सा की लहर दौड़ गई अक़वाम-ए-मुत्तहिदा और आलमी इदारे इस से ज़्यादा मुस्लमानों के सब्र का इम्तिहान ना लें तमाम मुस्लिम जमातों ने और बिलख़सूस ऑल इंडिया शीया उल्मा कौंसल ने इस वाक़िया की शदीद मुज़म्मत की है ।