जुदा । 21 । जून (एजैंसीज़) क़ुरआन मजीद की तिलावत की बरकत से एक कमसिन लड़की इस्मत रेज़ि का शिकार होने से बच गई। ये हैरतअंगेज़ वाक़िया जुदा में पेश आया। अलमदीना अख़बार के मुताबिक़ दस साला लड़की ने जिस की शनाख़्त मख़फ़ी रखी गई ही बताया कि वो शख़्स जब भी इस के क़रीब आता वो क़ुरआन की आयात तिलावत करती और वो ब्रहमी के आलम में वापिस होजाता। ये सिलसिला सुबह तक जारी रहा और वो क़ुरआन मजीद की बरकत से अपनी इस्मत की हिफ़ाज़त कृपाई। ये लड़की शादी की तक़रीब में शरीक थी कि किसी ने दरवाज़ा खटखटाया । इस ने मेहमान समझ कर जब दरवाज़ा खोला तो एक शख़्स ने बताया कि वो दुल्हन केलिए तोहफ़ा लाया है और बाहर ठहरी कार से उसे लाने केलिए मदद की दरख़ास्त की जब ये लड़की वहां पहुंची तो इस ने ज़बरदस्ती उसे कार में बिठा लिया और घर ले गया वहां इस ने बताया कि इस के वालिद से वो बख़ूबी वाक़िफ़ है और उसे फ़िक्र करने की ज़रूरत नहीं लेकिन कुछ देर बाद वो इस के क़रीब आने की कोशिश कर रहा था जिस के साथ ही इस लड़की ने क़ुरआन मजीद की आयात की तिलावत शुरू करदें। इस पर वो ब्रहम होगया और एक मर्तबा हमला करने की भी कोशिश की। आख़िर-ए-कार सुबह 8.00 बजे तक वो टी वी देखता रहा और कहा कि वो उसे वापिस घर भेजना चाहता ही। इस ने हैरतअंगेज़ तौर पर लड़की को अपनी कार में बिठा लिया और एक टैक्सी रोक कर ड्राईवर के मोबाईल फ़ोन से लड़की के वालिद से रब्त क़ायम किया। इस ने किसी मुक़ाम पर मुलाक़ात की ख़ाहिश की और वहां पहुंचने के बाद लड़की को वालिद के हवाला करदिया। पुलिस ने एक स्कूल टीचर को 2008 -ए-से सिलसिला वार इस्मत रेज़ि के वाक़ियात के सिलसिला में गिरफ़्तार किया ही।