हैदराबाद ०३नवंबर : अपने दम पर अदायगी (चुकाना) मंसूबा (संकल्प/इच्छा)के तहत 12 लाख रुपय की बचत मुम्किन है । इस मंसूबा(संकल्प/इच्छा) के तहत ख़रीदार को सिर्फ़ कुछ रक़म बतौर ई ऐम आई अदा करनी पड़ती है और बाक़ी रक़म 50 माह में अक़सात पर अदा करनी पड़ती है । पूरा क़र्ज़ बला सोदी होता है ।
5 साल में अदायगी मुकम्मल(पूर्ण) होजाती है । दस्तावेज़ात की तैय्यारी में कोई रुकावट नहीं है । आमदनी का सबूत देना भी ज़रूरी नहीं है । मुंबई में 2010 में 1500 ख़रीदार इस तरीक़ा से अपने मकान के मालिक बिन चुके हैं । अब ये सुनहरी मौक़ा हैदराबादियों के लिए दस्तयाब (उपलब्ध)है ।