अलैहदा तेलंगाना रियासत के क़ियाम की खुले दिल से ताईद

हैदराबाद ०३ अक्टूबर ( एन ऐस ऐस ) लोक सत्ता पार्टी के बानी सदर डाक्टर जुए प्रकाश नारायण ने कहा कि वो खुले दल के साथ तलंगाना रियासत की तशकील की ताईद करते हैं क्योंकि अब इस मसला का यही एक जामि और काबिल-ए-क़बूल हल रह गया है । उन्हों ने कहा कि तेलंगाना अवाम ने एक से ज़ाइद मर्तबा अलैहदा रियासत के हक़ में अपनी राय का इज़हार किया है और जमहूरीयत पसंद समाज में अवाम की ख़ाहिशात को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता।

पार्टी के छिटे यौम तासीस के मौक़ा पर अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए उन्हों ने सयासी जमातों और मीडीया से अपील की कि वो इस हस्सास मसला पर सब्र-ओ-तहम्मुल का मुज़ाहरा करें। सयासी जमातों को हालाँकि अपनी जद्द-ओ-जहद आगे बढ़ाने का हक़ हासिल है लेकिन उन्हें इस कोशिश में समाज में मुनाफ़िरत फैलाने और आम ज़िंदगी को दिरहम ब्रहम करते हुए नौजवानों के मुस्तक़बिल को दाॶ पर लगाने से गुरेज़ करना चाहिए ।

उन्हों ने कहा कि चूँकि रियासत आंधरा प्रदेश पहले ही संगीन बोहरान का शिकार है । सरमाया कार यहां से वापिस हो रहे हैं। रियास्ती हुकूमत मफ़लूज होकर रह गई है ऐसे में ज़राए इबलाग़ को चाहीए कि वो अवामी मुफ़ादात को ज़हन में रखें और मुतनाज़ा मसाइल को उछालने से गुरेज़ किया जाय ।

जुए प्रकाश नारायण ने अपनी पार्टी के क़ियाम के छः साल की तकमील पर कहा कि पार्टी के क़ियाम के बाद से अब तक का सफ़र मुश्किल और सख़्त गीर रहा है लेकिन उसे कारआमद भी कहा जा सकता है । उन्हों ने कहा कि इन की पार्टी को अभी एक तवील सफ़र तए करना है ताहम पार्टी ने अब तक जो भी सफ़र किया है और पेशरफ़त की है वो वाज़िह मालूमात और जज़बा के साथ की है कि एक बेहतर हिंदूस्तान केलिए गांधी जी के रास्ता से हट कर कोई और रास्ता नहीं है ।

ये वाज़िह करते हुए कि गांधी जी ने उसूलों और इक़दार को काफ़ी एहमीयत दी थी डाक्टर जुए प्रकाश नारायण ने कहा कि वो सियासत और शख़्सी ज़िंदगी में भी उसूलों और इक़दार पर कारबन्द रहने की तालीम दिया करते थे । उन्हों ने कहा कि गानधयाई नज़रियात और इक़दार की आज सारी दुनिया में एहमीयत और इफ़ादीयत है । इन उसूलों पर अमल करने में नाकामी की वजह से हिंदूस्तान इस बोहरान का शिकार होगया है जो आज मलिक को दरपेश है ।

एक सवाल का जवाब देते हुए जुए प्रकाश नारायण ने कहा कि वो तलगोदीशम सरबराह चंद्रा बाबू नायडू की पदयात्रा का ख़ैर मुक़द्दम करते हैं जिन्हें बहैसीयत सियासतदां वसीअ तजुर्बा हासिल है । उन्हों ने कहा कि मिस्टर नायडू को एक मुदब्बिर की तरह ख़ुद को पेश करना चाहिए और पूरी दियानतदारी के साथ रियासत को दरपेश मसाइल को हल करने के इक़दामात करने चाहिऐं।

ये इद्दिआ करते हुए कि दिल्ली में नई सयासी जमात क़ायम करने के ख़ाहिशमंद कुछ अफ़राद उन से राबते में हैं जुए प्रकाश नारायण ने कहा कि इन के ख़्याल में नई सयासी जमातों की ज़रूरत नहीं है क्योंकि क़दीम जमातों ने अब तक अपनी ज़िम्मेदारीयां अच्छे तौर पर निभाई हैं।