हैदराबाद ०७। अगस्त :सदर नशीन आंधरा प्रदेश स्टेट हज कमेटी जनाब सय्यद ख़लील उद्दीन अहमद आज़मीन-ए-हज्ज को मश्वरा दिया है कि वो सफ़र हज की तैयारीयों से मुताल्लिक़ तमाम अहम उमूर को ज़हन नशीन रखें ताकि हज के लिए रवानगीके मौक़ा पर उन्हें आसानी रहे और वो इतमीनान क़लब और सुकून के साथ मनासिक हज अदा करसकें और इबादतों-ओ-दाॶं में अपना वक़्त गुज़ार सकीं । उन्हों ने कहा कि इस साल वेटिंग लिस्ट के नंबर 1363 तक के आज़मीन मुंतख़ब क़रार दीए जा चुके हैं और उन तमाम को 11 अगस्त या इस से क़बल उन के मुंतख़ब ज़मुरा के लिहाज़ से मुकम्मल रक़मअदा कर देनी होगी ।
जो अज़ीज़ ये ज़मुरा के लिए 1,33,950 रुपय और ग्रीन ज़मुरा के लिए 1,62,600 रुपय होती है । जनाब ख़लील उद्दीन अहमद कल मस्जिद पलटन दोम बाज़ार घाट में रियास्ती हज कमेटी के ज़ेर-ए-एहतिमाम मुनाक़िदा आज़मीन-ए-हज्ज के तर्बीयती इजतिमा से ख़िताब कर रहे थे ।
उन्हों ने कहा कि वेटिंग लिस्ट 1344 से लेकर 1363 तक के तमाम आज़मीन को अपने पासपोर्ट भी जमा करवा देने चाहिऐं । मौलानामुफ़्ती तजम्मुल हुसैन ने इस इजतिमा से ख़िताब करते हुए इंतिहाई तफ़सील के साथ अपनेमख़सूस अंदाज़ में हज और उमरा के मनासिक , एहराम की शराइत और दीगर उमूर सेवाक़िफ़ करवाया और आज़मीन को मश्वरा दिया कि वो इस सारे सफ़र में सब्र-ओ-तहम्मुल का मुज़ाहरा करें ।
अपने साथी हुज्जाज किराम का ख़्याल रखें , ख़ुशू-ओ-ख़ुज़ू के साथ इबादतें और दिल की गहिराईयों से दुआएं करें । उन्हों ने हज के पाँच अय्याम की तफ़सीलात भी ब्यान कीं । एकज़ीकटीव ऑफीसर जनाब अबदुलहमीद ने ख़ैर मुक़द्दम किया और कहा कि हज कमेटी आज़मीन को सहूलतें पहुंचाने की हर मुम्किन कोशिश कररही है ।
रुकन हज कमेटी जनाब महमूद हुसैन इंजिनियर ने कहा कि रियास्ती हज कमेटी आज़मीन को हज की तमाम तफ़सीलात से आगाह करवाने के तमाम इक़दामात कररही है । उन्हों ने ऐलान किया कि आज़मीन का आइन्दा तर्बीयती इजतिमा इतवार 12 अगस्त को मस्जिदआमिरा आबडज़ में मुनाक़िद होगा ।
मौलाना हाफ़िज़ ख़्वाजा नज़ीर उद्दीन ने रोज़ा नबवीऐ के आदाब ब्यान करते हुए कहा कि आज़मीन इस मुक़द्दस मुक़ाम पर अदब-ओ-एहतिराम का दामन हाथ से ना छोड़ें और दरूद शरीफ़ की कसरत रखें , रियाज़ अलजनता में नमाज़अदा करने का एहतिमाम करें । उन्हों ने मस्जिद नबवीऐ के मुख़्तलिफ़ मुक़ामात की तफ़सीलात भी ब्यान कीं । इस इजतिमा में हज कमेटी के ओहदेदार-ओ-मुलाज़मीन भी मौजूद थे ।।