आफ़ात समावी में कमी के मौज़ू पर आलमी वज़ारती कान्फ़्रैंस

टोकियो । ०५। जुलाई: नायब सदर नशीन आलमी वज़ारती कान्फ़्रैंस बराएआफ़ात समावी के ख़तरात में कमी से ऐम शशी धर रेड्डी ने जापान के शहर सीनडाई मेंख़िताब करते हुए कहा कि हर आफ़ात समावी सबक़ सीखने का एक मौक़ा होता है। मार्च 2011 -ए-के तीन आफ़ात समावी को भी इसी अंदाज़ से देखा जाना चाआई, इन में सारी दुनिया के लिए अस्बाक़ मौजूद हैं।

हमें ख़ुशी है कि हमारी क़ौमी आफ़ात समावी रद्द-ए-अमलफ़ोर्स को भी मुक़ामी ओहदेदारों की बाज़ आबादकारी के काम में मदद का मौक़ा हासिल हुआ जो उन्हों ने रीफ़ोचो के इलाक़ा में अंजाम दी। उन्हों ने कहा कि हिंदूस्तान में एक क़ौमीनिज़ाम क़ौमी सतह पर क़ायम किया गया है जो क़ौमी आफ़ात समावी इंतिज़ामी अथॉरीटी के तहत है और वज़ीर-ए-आज़म हिंद इस के सदर नशीन है। इसी तरह ओहदेदारों परमुश्तमिल रियास्ती और मुक़ामी सतहों पर भी निज़ाम क़ायम किए गए हैं।

2004 ए- में बहर-ए-हिंद की सूनामी ने हक़ीक़त में हिंदूस्तान की आँखें खोल दी। बेशतर हिंदूस्तानियों नेग़ालिबन अपनी पूरी ज़िंदगी में कभी सूनामी का नाम भी नहीं सुना था । उन्हों ने कहा कि हिंदूस्तान ने इलाक़ाई मुत्तहदा कसीर आफ़ात के पेशगी इंतिबाही निज़ाम पर पहली वज़ारती कान्फ़्रैंस की मेज़बानी की थी। हम ने 6 लाख 50 हज़ार अफ़राद का मई 1990 -ए-के साईकलोन में तख़लिया करवाया था, इस साईकलोन से रियासत आंधरा प्रदेश दहल कर रह गई थी। ये आज तक की इंसानी तारीख़ में वसीअ तरीन इंसानी तख़लिया था।

उन्हों ने कहा कि हिंदूस्तान की सरज़मीन का तक़रीबन 7 फ़ीसद इलाक़ा मुख़्तलिफ़ शिद्दत के ज़लज़लों की ज़द में है। इस आफ़त समावी के बारे में कोई पेश क़ियासी और पेशगी इंतिबाहनामुमकिन है इस लिए हिंदूस्तान इस आफ़त से निमटने की तैय्यारी पर तवज्जा मर्कूज़ किए हुए हैं।

ख़िताब के इख़तताम में ऐम शशी धर रेड्डी ने हुकूमत जापान शहनशाह जापान और वज़ीर-ए-ख़ारजा जापान गीमबोका शुक्रिया अदा किया जिन्हों ने इन को इस कान्फ़्रैंस में शिरकत और सीखने का मौक़ा फ़राहम किया था।